राजपथ - जनपथ
मंत्री ऐसे कैसे ले लें कलेक्टरों की बैठक?
मुख्यमंत्री इन दिनों लगातार अनेक विभागों की समीक्षा बैठक ले रहे हैं। कलेक्टर से लेकर मंत्रालय तक के अधिकारियों के साथ समीक्षा हो रही है। कोई बंदिश नहीं, वे सभी विभागों की समीक्षा कर सकते हैं। हाल के दिनों में उन्होंने पंचायत, स्वास्थ्य, शिक्षा, गृह आदि विभागों की समीक्षा की है।
राजस्व मंत्री को भी लगा होगा कि अपने विभाग की बड़ी शिकायतें हैं। पेंडिंग मामले बढ़ रहे हैं। जमीन की अफरा-तफरी की बड़ी शिकायतें आ रही हैं, सो इसका हल अफसरों ने बताया होगा कि वे भी कलेक्टर्स कांफ्रेंस बुला लें। एक साथ सभी कलेक्टर्स को वीडियो कांफ्रेंस से जोड़ें और चुस्त करने के लिये कुछ डांट फटकार दें। तारीख तय हो गई, सभी कलेक्टरों को सूचना भेज दी गई। पर इधर आईएएस अधिकारियों में हलचल मच गई। उन्होंने कहा कि कलेक्टर तो सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करते हैं। मामला तूल पकड़ता इसके पहले ही मामला संभाल लिया गया और एक पत्र फिर जारी कर बताया गया कि मंत्री जी के साथ कलेक्टर्स की होने वाली 28 और 30 अक्टूबर की बैठक निरस्त की जाती है।
सौ करोड़ की उपलब्धि में ये कैसी गड़बड़ी
देशभर में मोदी सरकार या कहिये मोदी के मजबूत नेतृत्व की सराहना की जा रही है कि कोविड के 100 करोड़ वैक्सीन लोगों को लगाये जा चुके हैं। दुनिया के किसी और देश में ऐसा नहीं हो पाया ऐसा भी दावा किया जा रहा है। पर चीन ने शायद इससे ज्यादा टीके लगाये हैं। यह भी आंकड़ा सामने आया है कि अपने देश में सिर्फ 22 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लग पाये हैं। पर कुछ मेसैज इस तरह से भी मोबाइल फोन पर आ रहे हैं जो कुछ सवाल पैदा करते हैं। गोपाल दास चावला के पास 26 जून को कोविन एप से बधाई संदेश आया जिसमें बताया गया कि आपने सेकंड डोज सफलता पूर्वक 26 जून 2021 को लगवा लिया और दिये गये लिंक से अपना वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं। गोपाल दास निश्चिंत हो गये। पर इसके बाद एक संदेश कुछ महीने के बाद फिर आ गया। इसमें कहा गया कि बधाई हो, आपने दूसरा डोज सफलतापूर्वक 19 अक्टूबर को लगवा लिया है। आप लिंक से अपना सर्टिफिकेट डाउनलोड कर लें। चावला जी हैरान हैं कि उन्होंने तो जून में दोनो डोज लगवा लिये थे पर ये तीसरे डोज की सूचना कैसे मिल रही है। एक अन्य मोबाइल धारक ने बताया कि उन्होंने इन नंबर का कोविड टीका लगवाने क लिये रजिस्टर्ड कराया ही नहीं है लेकिन उनको मैसेज आ गया, बधाई हो सोनू जी आपने दूसरा डोज सफलता से लगवा लिया है। मोबाइल धारक का नाम सोनू भी नहीं है, वह किसी और नाम से रजिस्टर्ड है। ये 100 करोड़ का आंकड़ा कहीं इसी तरह से तो नहीं हासिल किया गया?