राजपथ - जनपथ

छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : नशे से निजात के लिये सांता
26-Dec-2021 6:12 PM
छत्तीसगढ़ की धड़कन और हलचल पर दैनिक कॉलम : राजपथ-जनपथ : नशे से निजात के लिये सांता

नशे से निजात के लिये सांता

त्योहारों को सामाजिक प्रतिबद्धता के साथ जोडऩे का असर अलग दिखाई देता है। कोरिया बैकुंठपुर जिले की पुलिस नशा मुक्ति के लिए अभियान जोर-शोर से चला रही है। पिछले हफ्ते एक शॉर्ट फिल्म भी रिलीज की गई थी। महिलाएं विशेषकर इसमें बढ़-चढक़र भाग ले रही हैं। उन्होंने जगह-जगह लोगों को वॉल पेंटिंग के जरिए जागरूक करने का काम हाथ में ले रखा है। क्रिसमस के मौके पर एक निजात रथ तैयार किया गया और उसमें सवार सांता क्लॉस सबको क्रिसमस की बधाई तो दे ही रहे थे बच्चों को कैंडी, मिठाइयां भी बांटे। उन्होंने इस रथ में ड्रग्स और नारकोटिक्स के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के बारे में लोगों को बताया और नशे से दूर रहने की नसीहत दी।

एसपी के कुक रहे ठेकेदार की शाही शादी

रमन सरकार में एसपीओ रहे और कभी बीजापुर एसपी के कुक का काम कर चुके सुरेश चंद्राकर की शाही शादी इन दिनों चर्चा में है।

उन्होंने अपनी दुल्हन रेणुका से किया वायदा निभाया और उसे जगदलपुर से लाने के लिए हेलीकॉप्टर भेजा। बताते हैं कि नाचने गाने के कार्यक्रम में यूक्रेन से 31 नृत्यांगनाएं बुलाई गई थी। मुंबई से भी डांस की टीम पहुंची।

सुरेश चंद्राकर की कामयाबी का दिलचस्प किस्सा है। बताते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के चलते इन्हें सरकारी नौकरी छोडऩी पड़ी। इसके बाद उन्होंने सडक़-भवन बनाने का ठेका लेना शुरू किया। पूर्व सीएम के एसपीओ और तत्कालीन एसपी के घर तक पहुंच होने की वजह से अधिकारी कर्मचारी इनका भरपूर सहयोग करने के लिए सामने आए। खास बात यह भी थी कि ऐसे इलाके में वह काम करते हैं जहां दूसरे ठेकेदार हिंसा के डर से आगे नहीं आते हैं। देखते देखते उसने बड़ी हैसियत हासिल कर ली। चर्चा है उसके अनुसार शादी में ही करीब 10 करोड़ रुपए खर्च किये गए।

कुत्ते के मालिकों से...

कुत्ते पालने के शौकीन लोग रोज सुबह-शाम कुत्तों को खाना खिलाने के बाद उन्हें पखाना करवाने बाहर ले जाते हैं और सडक़ पर या दूसरे लोगों के घरों के सामने उन्हें पखाना करवा कर वापिस ले आते हैं। नतीजा यह होता है कि जब लोग अपने घर के सामने गाड़ी रोकते हैं तो वहां गंदगी बिखरी हुई रहती है और अगर ध्यान ना रहा तो जूतों के साथ वह  घर के भीतर भी चली जाती है। हिंदुस्तान के कुछ अधिक असभ्य शहरों में म्युनिसिपल ऐसे लोगों पर जुर्माना लगाती है लेकिन छत्तीसगढ़ इस किस्म की सामाजिक जागरूकता से मुक्त है। ऐसे में रायपुर के एक मेहनती वार्ड मेंबर अमर बंसल ने समता कॉलोनी, चौबे कॉलोनी जैसे अपने वार्ड के इलाकों में ऐसे कुत्ता मालिकों के लिए एक किस्म से एक चेतावनी जारी की है और इसमें लोगों से भागीदारी की उम्मीद भी की है कि लोग ऐसे कुत्ता मालिकों की फोटो भेजें ताकि उन्हें उजागर किया जा सके। और घंटे भर के भीतर ही ऐसे एक कुत्ता मालिक के नाम के साथ शिकायत आ भी गई है। ऐसी जागरूकता अगर काम करे तो कुत्ते घुमाने के शौकीन लोग उनका पखाना उठाने की आसान सी चीज लेकर चलेंगे और एक सामाजिक जिम्मेदारी आएगी।

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