सामान्य ज्ञान
केंद्र सरकार ने एक स्वायत्तशासी एजेंसी राष्ट्रीय कौशल विकास एजेंसी (एनएसडीए) का 8 जून 2013 को गठन किया है। प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद (पी.एम.एन.सी.एस.डी.), राष्ट्रीय कौशल विकास समन्वय बोर्ड तथा कौशल विकास पर प्रधानमंत्री के सलाहकार के कार्यालय की सभी जिम्मेदारियां अब राष्ट्रीय कौशल विकास एजेंसी में शामिल की गईं हैं।
एनएसडीए के निम्नलिखित कार्य हैं- कौशल विकास के क्षेत्र में भारत सरकार और निजी क्षेत्र द्वारा किए गए प्रयासों को समन्वित करना और उनमें तालमेल कायम करना। 12वीं पंचवर्षीय योजना के कार्यकाल तथा उसके आगे भी कौशल विकास से संबंधित जो सामाजिक, क्षेत्रीय, लैंगिक और आर्थिक असमंजस है, उन्हें हटाकर अनुसूचित जाति एवं जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्गों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं और विभिन्न प्रकार की विकलांगता वाले व्यक्तियों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सशक्त करना। साथ ही राष्ट्रीय कौशल विकास कार्यक्रम तैयार करना और व्यावसायिक प्रमाणन संस्थाओं के निर्माण कार्यों को बढ़ावा देना।
केंद्रीय मंत्रालयों और कौशल विकास निगम (यानी एनएसडीसी) अपनी योजनाओं को जारी रखेंगी। राष्ट्रीय कौशल विकास एजेंसी स्वायत्तशासी एजेंसी है। इसका अध्यक्ष केंद्र के मंत्रिमंडलीय (कैबिनेट) मंत्री के समतुल्य पद का अधिकारी होगा। इस एजेंसी में एक महानिदेशक और कई अधिकारी भी होंगे।