सामान्य ज्ञान
सैरन्ध्री
19-Sep-2021 9:27 AM
महाभारत में पांडवों के वनवास में एक वर्ष का अज्ञात वास भी था जो उन्होंने विराट नगर में बिताया। विराट नगर में पांडव अपना नाम और पहचान छुपाकर रहे। उन्होंने राजा विराट के यहां सेवक बनकर एक वर्ष बिताया। इस दौरान द्रौपदी ने अपना नाम सैरन्ध्री बताया। सैरन्ध्री का अर्थ एक ऐसी महिला से है, जो जो शिल्पकर्मों द्वारा जीवन निर्वाह करती हैं। वे अपने सदाचार से स्वत: सुरक्षित होती हैं।