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रायपुर, 21 सितंबर। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीडिय़ा प्रभारी संजय चौबे ने बताया कि एक समाचार एजेंसी के खुलासे जिसमें अमेज़ॅन व्हिसलब्लोअर ने आरोप लगाया है।
कैट ने बताया कि भारत के वकीलों ने अधिकारियों को रिश्वत दी है, की सीबीआई जांच की मांग करते हुए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को गैरी जेनसेटर, अध्यक्ष, यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन, जो अमरीकी क़ानून एफ़सीपीए की जांच संस्था है और साथ ही अमेज़ॅन बोर्ड की कॉर्पोरेट गवर्नेंस कमेटी को इस सनसनीखेज खुलासे की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराये जाने की मांग कर रहा है।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा की सीबीआई जांच में उन अधिकारियों की पहचान कर उनके नामों को भी सार्वजनिक करने की मांग की है, जिन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार को समाप्त करने की घोषणा के विपरीत काम करने का दुस्साहस किया है। ऐसे अधिकारी जो इस रिश्वत काण्ड में शामिल हैं को कड़े से कड़ा दंड दिया जाना चाहिए जिससे अन्य अधिकारी ऐसा करने का साहस न कर सकें।
श्री पारवानी और श्री दोशी ने श्री गोयल को भेजे पत्र में कहा कि यह बेहद आश्चर्यजनक है कि ये खबर एक सनसनीखेज तथ्य को उजागर करती है कि अमेज़ॅन के वकीलों ने सरकारी अधिकारियों को अमेजॅऩ को लाभ पहुंचाने के लिए रिश्वत दी है और वो भी ऐसे समय में जब सीसीआई और ईडी अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ जांच कर रहे हैं।