सामान्य ज्ञान
विश्व व्यापी वेब संघ (डब्ल्यू 3सी) (द्धह्लह्लश्च://222.2३.शह्म्द्द)- सभी के लिए सिमलेस वेब पहुंच सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्था विश्व व्यापी वेब संघ (डब्ल्यू 3सी) मानक विकास/श्रेष्ठ व्यवहार बनाने/सिफारिश का काम करता है। डब्ल्यू 3सी का उद्देश्य ‘सभी के लिए वेब और सब चीज के लिए वेब’ हासिल करना है। यह अन्य मानक संस्थानों जैसे यूनिकोड, आईईटीएफ, आईसीएएनएन, आईएसओ तथा आईटीयू के साथ मिलकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करता है।
डब्ल्यू 3सी ने वेब टैक्नालॉजी के लिए 220 मानकों का प्रकाशन किया है और भविष्य के वेब मानकों पर काम कर रहा है।
वहीं डब्ल्यू 3सी भारतीय कार्यालय (द्धह्लह्लश्च://222.2३ष्द्बठ्ठस्रद्बड्ड.द्बठ्ठ) भारतीय कार्यालय संचार और सूचना टैक्नालॉजी मंत्रालय के टीडीआईएल कार्यक्रम के तहत कार्य करता है और इसका उद्देश्य सिमलेस तरीके से वेब पहुंच के लिए डब्ल्यू 3सी के मानकों को बढ़ावा देना है।
सीडीआईएल कार्यक्रम 2006 से चल रहा है और इसके सभी हितधारक डब्ल्यू 3सी की सिफारिशों के अंतर्राष्ट्रीयकरण की दिशा में काम कर रहे हैं। इसका भविष्य का लक्ष्य 22 भारतीय भाषाओं में डब्ल्यू 3सी की सिफारिशों को लागू करना है ताकि सभी भारतीयों के लिए सिमलेस वेब पहुंच हासिल की जा सके। डब्ल्यू 3सी के भारतीय कार्यालय का उद्देश्य डेवलेपरों, अप्लीकेशन बिल्डर तथा स्टैंडर्ड सेटर के बीच डब्ल्यू 3सी की सिफारिशों को अपनाने की बात रखना तथा हितधारकों के संगठन को इसमें शामिल करना है।
भारत भाषाई विविधताओं वाला देश है। भारत में संवैधानिक रूप से मान्यता प्राप्त 22 भाषाए हैं तथा 11 लिपियां हैं। यह यूरोपीय यूनियन की तरह है। इसलिए डब्ल्यू 3सी मानकों को भारतीय भाषाओं में लागू करना चुनौती भरा कार्य है और इसमें आईसीटी उद्योग से लेकर शिक्षाविदों तथा यूजरों सहित सभी हितधारकों की सहभागिता आवश्यक है।