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रायपुर, 21 अक्टूबर। सुयश हॉस्पिटल ने वर्ल्ड स्पाइन डे मनाया। शहर के फि़जिय़ोथेरेपिस्ट एवं मरीज उपस्थित हुए। डॉ. राहुल अहलुवालिया (न्यूरो सर्जन) ने बताया की इंडोस्कोपिक स्पाइन सर्जरी 3 से 4 प्रकार की होती है, कुछ में बेहोश किया जाता है। लेकिन उनके द्वारा बिना बेहोश किये केवल 1 सेंटीमीटर से छोटा चीरा लगाके मरीज को रीढ़ की हड्डी से सम्बंधित तकलीफों से निजात दिलाया जाता है। इसमें मरीज 3 से 4 घंटे बाद छुट्टी लेकर घर चले जाते हैं।
डॉ. अहलुवालिया ने बताया कि इस पद्धति के अलावा BE (unilateral bioportal endoscopic ) जैसी मॉडर्न इंडोस्कोपिक सर्जरी पद्धति मध्य भारत में और किसी अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। सुयश हॉस्पिटल में सभी आधुनिक पध्धति से स्पाइन सर्जरी किया जाता है और अभी तक सुयश हॉस्पिटल ने 150 से ज्यादा सफल स्पाइन सर्जरी कर चुका है। स्पाइन सर्जरी के लिए विश्व स्तर की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है।