सामान्य ज्ञान
2 दिसंबर सन 1971 ईसवी को संयुक्त अरब इमारात, ब्रिटेन के अधिकार से स्वतंत्र हुआ और आज का दिन इस देश का राष्ट्रीय दिवस घोषित किया गया।
फ़ार्स की खाड़ी के दक्षिणी देश सन 1920 तक ब्रिटेन के अधीन थे और इन देशो के शासक ब्रिटेन के दूतों के निरीक्षण में अपने अपने क्षेत्रों का संचालन करते थे। ब्रिटेन ने इस क्षेत्र में अनेक सैनिक छावनियां बना लीं किंतु दूसरे विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन कमज़ोर हो गया और फ़ार्स की खाड़ी उसके नियंत्रण से बाहर निकलने लगी। ब्रिटेन ने 1969 में संयुक्त अरब इमारात उच्च परिषद गठित की जिसमें 9 क्षेत्रों के शासक सम्मिलित थे। पहले तो बहरैन और क़तर के शासक भी वार्ताओं में शामिल थे किंतु बाद में वह इस संघ से निकल गए। इस समय सात क्षेत्र अबू ज़हबी, दुबई, शार्जा, रासुल ख़ैमा, अजमान फ़ुजैरा और उम्मुल कोवौन इस परिषद में शामिल हैं।
19वीं सदी में युनाइटेड किंगडम और अनेक अरब शेखों के बीच हुई संधि की वजह से 1971 से पहले संयुक्त अरब अमीरात को युद्धविराम संधि राज्य के नाम से जाना जाता था। इसके अलावा क्षेत्र के अमीरात की वजह से 18वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी के शुरुआत तक इसे पायरेट कोस्ट के नाम से भी जाना जाता था। 1971 के संविधान के आधार पर संयुक्त अरब अमीरात की राजनैतिक व्यवस्था आपस में जुड़े कई प्रबंधकीय निकायों से मिलकर बनी है। इस्लाम देश का राष्ट्रीय धर्म और अरबी राष्ट्रीय भाषा है। तेल भंडार के मामले में दुनिया का छठवां सबसे बड़ा देश संयुक्त अरब अमीरात की अर्थव्यवस्था मध्यपूर्व में सबसे विकसित है।