विचार / लेख
-ध्रुव गुप्त
हमारे बिहार को ऐसे ही देश का सिरमौर और हम बिहारियों को अलबेला कहा जाता है। अभी देश के टीकाकरण अभियान में भी बिहार ने झंडे गाड़े है। बिहारी टीके की प्रामाणिकता इतनी विश्वसनीय और खुशबू इतनी तेज है कि दुनिया भर के लोग इधर खिंचे चले आ रहे हैं। खबरों के मुताबिक कुछ ही दिनों पहले दिल्ली छोडक़र देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी और गृहमंत्री अमित शाह बिहार के अरवल जिले के करपी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र आए और वैक्सीन का डोज लेकर चुपचाप निकल गए।
इस सूची में अमेरिका से भागकर करपी पहुंची अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा का नाम भी शामिल है। इतना ही नहीं गया जिले के स्वास्थ्य केंद्र में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी महाराज और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भी वैक्सीन लेने की सूचना दर्ज है। इन विस्फोटक खुलासों के बाद हम बिहारियों का माथा गर्व से ऊंचा हुआ है। यह हमारे बिहार के टीके की गुणवत्ता और लोकप्रियता ही है कि यहां अबतक सात करोड़ से भी ज्यादा लोगों को टीके लग चुके हैं। फिलहाल इन दोनों स्वास्थ्य केंद्रों के डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ इस आरोप में कार्रवाई की जा रही है कि इतने गणमान्य लोगों के केंद्रों पर आने की सूचना जिले के बड़े अधिकारियों और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को क्यों नहीं दी गई। उनकी लापरवाही से बिहार की अतिथि सत्कार की गौरवशाली परंपरा को बट्टा लगा है।
आप गैरबिहारी लोग हैरान न हों। थोड़ा और इंतजार करिए। बाइडेन, पुतिन और जिनपिंग के भी बिहार में टीकाकरण की खबरें आ सकती हैं। सूत्रों की मानें तो पाक प्रधानमंत्री इमरान और जनरल बाजवा ने यहां के स्वास्थ्य केंद्रों की रेकी करवाई है ताकि गुप्त तरीके से घुसकर वे भी बिहारी वैक्सीन का लाभ ले सकें!