राष्ट्रीय
तिरुवनंतपुरम, 29 जुलाई | माकपा मुख्यालय पर बम से हुए हमले के एक महीने बाद भी केरल पुलिस मामले को सुलझाने और 'अपराधी' को खोजने में लगी हुई है। घटना 30 जून की आधी रात की है, जब माकपा मुख्यालय पर बम से हमला किया गया। लेफ्ट डेमोक्रे टिक फ्रंट के संयोजक और माकपा के शीर्ष नेता ई.पी. जयराजन ने हमले के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया।
वहीं, कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष और भाजपा हमलावरों का पता लगाने में असमर्थ होने को लेकर मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की आलोचना कर रही है।
विपक्ष ने आशंका व्यक्त की है कि असली अपराधी का पता नहीं चलेगा क्योंकि उसमें कुछ माकपा कार्यकर्ता शामिल हो सकते हैं और यह हमला जानबूझकर विजयन और उनकी सरकार ने करवाया है, ताकि वर्तमान मुद्दों से लोगों का ध्यान भटक सके, जैसे सोने की तस्करी का मामला आदि।
कांग्रेस ने हमले वाले दिन माकपा कार्यालय के पास से पुलिस जीप के लापता होने पर भी सवाल उठाया है। पार्टी कार्यालय के सामने सुरक्षा की ²ष्टि से खड़ी एक पुलिस जीप उस दिन वहां नहीं थी।
पुलिस की क्राइम ब्रांच को अब इस मामले को सुलझाने का जिम्मा सौंपा गया है।
बम हमले के मामले के बाद पुलिस ने राजधानी में रात की चौकसी को बढ़ा दिया है और माकपा मुख्यालय की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
(आईएएनएस)