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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) के चेयरमैन इमरान ख़ान ने घोषणा की है कि वह पाकिस्तानी संसद की नौ सीटों के लिए होने वाले उप-चुनाव में सभी सीटों से ख़ुद चुनाव लड़ेंगे.
दुनिया अख़बार के अनुसार चुनाव आयोग ने संसद की 11 सीटों के लिए उप-चुनाव कराने की घोषणा की है.
11 में से नौ सीटें जनरल हैं जबकि दो सीटें आरक्षित हैं. इमरान ख़ान ने सभी नौ जनरल सीटों से चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया है. यह सीटें पीटीआई के सांसदों के इस्तीफ़ों के बाद ख़ाली हुई हैं.
पाकिस्तानी क़ानून के अनुसार, कोई उम्मीदवार अगर एक से ज़्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहता है तो उस पर कोई पाबंदी नहीं है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पीटीआई के नेता फ़व्वाद चौधरी के अनुसार, इमरान ख़ान का नौ सीटों से ख़ुद चुनाव लड़ने का फ़ैसला शहबाज़ शरीफ़ सरकार की सियासी चाल के जवाब में नहले पे दहला है.
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इमरान ख़ान ने नौ सीटों पर ख़ुद चुनाव लड़ने का फ़ैसला इसलिए किया है कि अगर वो इन सीटों पर जीत जाते हैं तो सरकारी एजेंसियां उनके ख़िलाफ़ जो कार्रवाई करने की योजना बना रहीं हैं उन पर इसका असर होगा.
इमरान ख़ान की पार्टी पर फ़िलहाल विदेशी फ़ंडिंग का केस चल रहा है और हाल ही में चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी को विदेशी फ़ंडिंग मामले में दोषी क़रार दिया था.
इमरान ख़ान ने 2018 के आम चुनाव में भी पाँच सीटों से चुनाव लड़ा था और उन्होंने पाँचों सीट पर जीत हासिल की थी.
एक तरफ़ इमरान ख़ान ने संसद की नौ सीटों पर होने वाले उप-चुनाव में सभी नौ सीटों से ख़ुद चुनाव लड़ने की घोषणा की है दूसरी तरफ़ उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग के फ़ैसले को चुनौती देते हुए अदालत का दरवाज़ा खटखटाया है.
एक्सप्रेस अख़बार के अनुसार, पूर्व केंद्रीय मंत्री फ़व्वाद चौधरी ने कहा कि पार्टी ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में चुनाव आयोग के फ़ैसले को चुनौती देते हुए कहा है कि पीटीआई के सभी सांसद अपनी मर्ज़ी से सदन से इस्तीफ़ा दे चुके हैं लेकिन स्पीकर उनको टुकड़ों में स्वीकार कर रहे हैं.
पार्टी संसद अध्यक्ष के इस फ़ैसले को अदालत में चुनौती दे चुकी है और अदालत ने अपील को स्वीकार करते हुए चार अगस्त को इस मामले में नोटिस भी जारी कर दिया है.
फ़व्वाद चौधरी ने कहा कि जब यह मामला अदालत के अधीन है तो ऐसे में चुनाव आयोग को उन सीटों पर उप-चुनाव कराने का प्रोग्राम जारी नहीं करना चाहिए. चुनाव आयोग ने 25 सितंबर को उप-चुनाव कराने का फ़ैसला किया है.
पीटीआई का कहना है कि जब तक उनके सांसदों के इस्तीफ़े से जुड़े मामले पर अदालत का फ़ैसला नहीं आ जाता तब तक चुनाव आयोग के किसी भी फ़ैसले पर रोक लगा देनी चाहिए. अदालत ने पीटीआई की अपील को स्वीकार करते हुए बुधवार 10 अगस्त को इस पर सुनवाई करने का फ़ैसला किया है.
पीटीआई का 13 अगस्त को इस्लामाबाद में रैली का फ़ैसला
इमरान ख़ान ने 13 अगस्त को राजधानी इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में रैली करने का फ़ैसला किया है.
डॉन अख़बार के अनुसार पीटीआई के नेता फ़र्रुख़ हबीब ने पार्टी के फ़ैसले की ट्विटर पर घोषणा करते हुए लिखा, "13 अगस्त को पीटीआई इस्लामाबाद परेड ग्राउंड में जनता की ताक़त का भरपूर प्रदर्शन करेगी."
पार्टी ने कहा कि पीटीआई के सभी कार्यकर्ता 14 अगस्त का जश्न भी जलसागाह में मनाएंगे. पाकिस्तान 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है.
इमरान ख़ान की पार्टी ने शहबाज़ शरीफ़ सरकार को एक महीने के अंदर प्रांतीय असेंबलियों को भंग करने का अल्टीमेटम दिया है. फ़व्वाद चौधरी ने कहा कि इससे ज़्यादा वक़्त दिया गया तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और राजनीति तबाह हो जाएगी.
फ़व्वाद चौधरी ने कहा कि अगर सरकार उनकी बात नहीं मानती है तो वो अगले क़दम के लिए तैयार हो जाए.
इमरान ख़ान की पार्टी चुनाव के लिए ख़ुद ही गंभीर नहीं: केंद्रीय गृहमंत्री
जंग अख़बार के अनुसार पाकिस्तान के केंद्रीय गृह मंत्री राना सनाउल्लाह ने कहा है कि चुनाव के लिए इमरान ख़ान की पार्टी ख़ुद ही गंभीर नहीं है.
एक टीवी कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि विदेशी फ़ंडिंग के मामले में इमरान ख़ान की चोरी पकड़ी गई है. उन्होंने कहा कि इमरान ख़ान पूरे देश के सामने एक्सपोज़ हो चुके हैं और अब वो इससे बचना चाहते हैं.
राना सनाउल्लाह ने कहा कि पीटीआई ने इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में जलसे का फ़ैसला भी अपनी चोरी छुपाने के लिए किया है. उन्होंने इमरान ख़ान पर हमला करते हुए कहा कि वो देश के नौजवानों को गुमराह कर रहे हैं.
गृह मंत्री ने कहा कि अगर पीटीआई के नेताओं ने विदेशी फ़ंडिंग केस की छानबीन में सहयोग नहीं किया तो क़ानून गिरफ़्तारी की भी इजाज़त देता है. (bbc.com)