खेल
अब्दुल रशीद शकूर
इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुए 22वें कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रहे पाकिस्तान के दल में शामिल दो मुक्केबाज़ लापता हो गए हैं. सुलेमान बलूच और नजीरुल्लाह, इन दो मुक्केबाज़ों का पता नहीं चल रहा है.
पाकिस्तान ओलंपिक संघ के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल सैयद आरिफ़ हसन (सेवानिवृत्त) ने बीबीसी उर्दू से बातचीत में कहा कि दो मुक्केबाज़ टीम के साथ नहीं हैं और खेलों के समापन के बाद पाकिस्तान नहीं लौटे हैं.
आरिफ़ हसन ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में हिस्सा ले रही पाकिस्तानी टीम की वापसी से कुछ घंटे पहले मुक्केबाज़ी टीम के कोच ने दोनों मुक्केबाजों के कमरे में फ़ोन कर उन्हें नाश्ता करने और वापसी की तैयारी करने को कहने की कोशिश की.
'सामान वहीं थे, वे दोनों ग़ायब थे'
आरिफ़ हसन के मुताबिक कोच ने फ़ोन पर कोई जवाब नहीं मिलने पर कुछ देर इंतज़ार किया, जिसके बाद उन्होंने प्रबंधन से कमरे खोलने के लिए कहा, इन दोनों मुक्केबाज़ों का सामान वहां था, लेकिन वे दोनों ग़ायब थे.
उन्होंने यह भी बताया है कि राष्ट्रमंडल खेलों के प्रबंधन और बर्मिंघम स्थित पाकिस्तान वाणिज्य दूतावास को तत्काल इस बारे में सूचित कर दिया गया है. इसके अलावा दोनों मुक्केबाज़ों के लापता होने को लेकर पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कर ली गई है.
सैयद आरिफ़ हसन के मुताबिक दोनों मुक्केबाजों के पासपोर्ट और अन्य यात्रा दस्तावेज़ पाकिस्तान की मुक्केबाज़ टीम प्रबंधन के पास हैं.
उन्होंने ये भी बताया है कि दोनों मुक्केबाज़ों ने मैनेजर को कहीं जाने की सूचना नहीं दी थी.
इस घटना पर पाकिस्तान ओलंपिक संघ ने एक समिति का गठन किया है. बर्मिंघम और लंदन में दोनों मुक्केबाज़ों के दोस्तों और रिश्तेदारों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है ताकि पता लगाया जा सके कि दोनों मुक्केबाज़ किसके संपर्क में थे.
कौन हैं नज़ीरुल्लाह और सुलेमान बलूच?
इंग्लैंड में लापता हुए दोनों मुक्केबाज़ राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पाकिस्तान की सेना का प्रतिनिधित्व करते हैं.
नज़ीरुल्लाह कराची के ल्यारी में मूसा लेन के रहने वाले हैं और यह उनकी पहली विदेश यात्रा थी. उन्हें इंग्लैंड के मुक्केबाज़ के ख़िलाफ़ पांच-शून्य से हार का सामना करना पड़ा था.
सुलेमान बलूच सरगोधा के रहने वाले हैं और इससे पहले कई विदेशी दौरे कर चुके हैं. उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय मुक्केबाज़ के हाथों पांच-शून्य हार का सामना करना पड़ा था.
पहले भी कई एशियाई और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के अवसर पर पाकिस्तानी मुक्केबाज़ों के ग़ायब होने की ख़बरें आती रही हैं.
श्रीलंकाई खिलाड़ी भी लापता
हाल में संपन्न राष्ट्रमंडल खेलों से एथलीटों के लापता होने की यह दूसरी घटना है.
इसी तरह, श्रीलंका की 160 सदस्यीय टीम के दस सदस्य जो पहले इंग्लैंड आए थे, लापता हो गए हैं, जिनमें नौ खिलाड़ी और एक अधिकारी शामिल हैं. श्रीलंकाई अधिकारियों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के दौरान खिलाड़ियों के लापता होने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं. आमतौर पर बेहतर आर्थिक भविष्य की ख़ातिर ऐसे खिलाड़ी अपने देश वापस नहीं लौटना चाहते और इन प्रतियोगिताओं का फ़ायदा उठाकर ग़ायब हो जाते हैं. (bbc.com)