सामान्य ज्ञान

कुलीनवर्ग
13-Aug-2022 12:09 PM
कुलीनवर्ग

कुलीनवर्ग  उस सामाजिक वर्ग को कहा जाता है जिसके सदस्यों को समाज के अन्य वर्गों की तुलना में अधिक प्रतिष्ठा, मान्यता और अधिकार दिए जाएं। आम तौर पर इस वर्ग में सदस्यता किसी देश या समाज के शासकों द्वारा दी जाती है और अक्सर इसके सदस्यों को उनका दर्जा दर्शाने वाली उपाधियां भी मिलती हैं, जैसे कि राजा, ड्यूक, कुंवर, राजकुमारी, ख़ातून, इत्यादि। अधिकतर समाजों में कुलीनवर्ग के सदस्य कुलीनवर्गी परिवार में जन्म लेने के आधार पर स्वयं भी कुलीनवर्गी हो जाते हैं। कुलीनवर्ग के भीतर और भी श्रेणीकरण होता है, जिसमें कुछ उपवर्ग ऊंचे और कुछ नीचे के माने जाते हैं, हालांकि पूरा कुलीनवर्ग ही सभी अन्य वर्गों से ऊंचा होता है। कुलीनवर्ग का सर्वोच्च स्थान शासक का होता है, जैसे कि सम्राट, महारानी, वग़ैरह। भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और श्रीलंका जैसे आधुनिक गणतंत्रों में आमतौर पर कोई सरकारी-मान्य कुलीनवर्ग नहीं होता, लेकिन संयुक्त राजशाही और सउदी अरब जैसी आधुनिक राजशाहियों में यह आज भी मिलते हैं।

 शासकों द्वारा मिली मान्यता ही कुलीनवर्ग को समाज के अन्य उच्च वर्गों से अलग करती है। ऐतिहासिक रूप से देशों की राजव्यवस्था में अक्सर व्यापार में धनि, युद्ध में पराक्रमी या कुलीनवर्ग में विवाह या किसी अन्य कारण से शासकों की दया-दृष्टि पाने वाले साधारण व्यक्तियों को कुलीनवर्ग में सदस्यता दे दी जाती थी और फिर उनके बच्चे जन्म से ही इस कुलीनवर्ग के सदस्य कहलाते थे। इसके विपरीत यदि कुलीनवर्ग का कोई सदस्य शासकों को बुरा लगे तो उनकी उपाधियां, धन-संपत्ति या अन्य शक्ति छीनकर उन्हें कुलीनवर्ग से बेदख़ल भी कर दिया जाता था।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news