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पिता ने वैशाली नगर पुलिस की कार्रवाई पर जताई आपत्ति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 19 अगस्त। प्रेम विवाह के एक महीने बाद पत्नी के वियोग में सुपेला थाना अंतर्गत पांच रास्ता निवासी सोनू सिंह (25 वर्ष) ने कल शाम फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
बताया जा रहा है कि प्रेम विवाह के महीने भर बाद जब वह भिलाई लौटा तो लडक़ी के परिजनों ने पुलिस के साथ मिलकर उस पर दबाव बनाया और लडक़ी को ले गए। इसके बाद से युवक हैरान परेशान था तथा गुमसुम रहने लगा था। फिलहाल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की विवेचना कर रही है।
पुलिस के मुताबिक सोनू ने एक महीने पहले रामनगर मुक्तिधाम के पास की एक लडक़ी से प्रेम विवाह किया था। इसके बाद लडक़ी के पिता ने प्रेम विवाह को मानने से इंकार कर दिया और उसे अपने साथ ले गया। इसी गम में सोनू ने कल शाम अपने घर में फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि सोनू इडली व दोसा का मिस्त्री था। वह शादी या अन्य प्रोग्राम में वह कैटर्स के साथ जाता था। लडक़ी के चले जाने से वह इतने गम में था कि उसने काम पर जाना भी बंद कर दिया था। वह दिन भर अपने आपको कमरे में बंद रखता था और मोबाइल में लडक़ी और अपने विवाह व अन्य पलों की तस्वीरें देखता रहता था।
उसके पिता ने बताया कि सोनू ने अपने पैतृक गांव जाकर लडक़ी से शादी की थी। दूसरी जाति में शादी करने के बाद भी सोनू के दादा ने पोता बहू को स्वीकार कर लिया था। उनके पास दोनों एक महीना रहे भी। जब सोनू वहां से भिलाई लौटा तो दादा ने उसे व बहू को 60 हजार रुपए विदाई भी दी थी। भिलाई आने के बाद सोनू के विवाह को न मानते हुए उससे उसकी पत्नी को अलग कर दिया गया, जो खुदकुशी का कारण बन गया।
सोनू सिंह के पिता राजेश ने बताया कि उसका बेटा 22 वर्षीय लडक़ी से प्रेम करता था। डेढ़ महीने पहले वह लडक़ी को लेकर बिहार के गोपालगंज जिले अपने पैतृक गांव भाग गया था। वहां उसने आर्य समाज में लडक़ी के साथ शादी कर ली। लडक़ी के पिता ने वैशाली नगर थाने में लडक़ी की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। सोनू एक महीने तक लडक़ी के साथ गांव में रहा। इसके बाद उसे लेकर भिलाई अपने घर आ गया।
लडक़ी के पिता को उनके लौटने का पता चला तो उन्होंने वैशाली नगर थाने में शिकायत की और पुलिस के साथ आकर लडक़ी को ले गया फिर बेटी को भेजने से मना कर दिया। इसके बाद से सोनू अपने पिता से कहता था कि वह उस लडक़ी के बिना नहीं रह पाएगा। उसने गुरुवार को लडक़ी के दुपट्टे से से ही फांसी लगा ली।
राजेश सिंह का कहना है कि उसका बेटा सोनू लडक़ी के गम में काफी दुखी था। वह बार-बार मरने की बात करता था, इसके चलते उन्होंने लडक़ी के पिता से दोनों की शादी कराने की बात भी की थी। अंतरजातीय विवाह होने के चलते लडक़ी का पिता तैयार नहीं हुआ।
मृतक के पिता राजेश सिंह ने कहा कि लडक़ा और लडक़ी दोनों बालिग थे। लडक़ी ने पुलिस के सामने थाने में यह बोला भी था कि वह सोनू के साथ रहना चाहती है। इसके बाद भी वैशाली नगर पुलिस ने जबरदस्ती लडक़ी को उसके पिता के साथ भेज दिया। यदि लडक़ी की मर्जी पुलिस मानती और दोनों को साथ रहने देती तो आज उसका बेटा जिंदा होता।