अंतरराष्ट्रीय
-ब्रजेश मिश्र
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर । अभिनेता ब्रूस विलिस के मैनेजर ने उन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है जिनमें दावा किया जा रहा है कि उन्होंने अपने चेहरे के इस्तेमाल के अधिकार बेच दिए हैं.
दरअसल, बीते सप्ताह ऐसी ख़बरें आई थीं कि अभिनेता ने अपना चेहरा इस्तेमाल करने के अधिकार डीपकेक नाम की एक कंपनी को बेच दिए हैं. ये अपने आप में इस तरह की पहली और अनोखी डील होती.
हालांकि अभिनेता के प्रवक्ता ने बीबीसी को बताया कि कंपनी के साथ उनका कोई ‘समझौता या पार्टनरशिप’ नहीं है.
डीपकेक कंपनी के एक प्रतिनिधि ने कहा कि सिर्फ़ विलिस के पास ही उनके चेहरे के इस्तेमाल के अधिकार हैं.
विलिस ने इस साल मार्च में एक बीमारी का पता चलने के बाद एक्टिंग से रिटायरमेंट की घोषणा की थी. उन्हें अफ़ेज़िया है. यह ऐसा डिसऑर्डर है जिसका असर बोलने पर पड़ता है.
डीपफ़ेक बेहद वास्तविक लगने वाले वीडियो बनाने के लिए एक आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी है जो अक्सर नेताओं और सेलेब्रिटीज़ के वीडियो बनाती है. ये तकनीक उन अभिनेताओं के लिए बेहद क्रांतिकारी हो सकती है जो अब एक्टिंग नहीं करते.
कई मीडिया संस्थानों ने यह ख़बर दी कि ब्रूस विलिस पहले हॉलीवुड अभिनेता होंगे जो अपने चेहरे के इस्तेमाल के अधिकार बेचेंगे.
हालांकि ये दावे ग़लत साबित हुए.
सच ये है कि विलिस ने बीते साल रूसी टेलीकॉम कंपनी मेगाफोन के लिए एक विज्ञापन किया था जिसमें डीपफ़ेक का इस्तेमाल किया गया था. इसमें जो तकनीक इस्तेमाल की गई थी वो डीपकेक ने बनाई थी.
डीपकेक ने बीबीसी को बताया कि उस विज्ञापन के लिए कंपनी ने विलिस की टीम के साथ बेहद करीबी से काम किया.
कंपनी ने यह भी कहा कि "यह बिल्कुल सच है कि उन्होंने अपना डिजिटल जुड़वां बनाने के लिए अनुमति और सामान उपलब्ध कराया था."
हालांकि अभिनेता के मैनेजर का कहना है कि ब्रूस विलिस और डीपकेक कंपनी के बीच कोई भी करार या पार्टनरशिप नहीं रही. (bbc.com/hindi)