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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 अक्टूबर। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव आर. प्रसन्ना ने मंत्रालय के एक लिपिक का जब्त कर लिया है। यह लिपिक मंत्री के हस्ताक्षर से पहले ही तबादले की प्रस्तावित सूची के कुछ पन्नों को संबंधितों को वाट्स एप में शेयर कर रहा था। इसके एवज उसका धनार्जन करना स्वार्थ था। जब यह बात सचिव प्रसन्ना को मालूम हुई तो उन्होंने उस लिपिक को बुलाकर उसका मोबाइल चैक किया। उसमें गुरुवार को प्रस्तावित तबादला प्रस्तावों के कई पन्ने सेंड आप्शन में मिले।जो कुछ डाक्टरों और अन्य चिकित्सा अधिकारियों के थे। पहले तो प्रसन्ना ने उस लिपिक को जमकर फटकार लगाई और फिर मोबाइल जब्त कर लिया।
सूत्रों ने लिपिक को 2016 बैच का बताया है। यह अकेला नहीं है, मंत्रालय या मंत्री स्टाफ में भी ऐसे कई और लिपिक हैं जो प्रस्तावित सूची को प्रभावितों को भेजने मात्र के लिए रिश्वत या इनाम लेते हैं। इस आधार पर प्रभावित तबादले रूकवाने की कोशिश में लग जाते हैं। इससे पहले उच्च शिक्षा सचिव भुवनेश यादव ने भी अपने सेक्शन के लिपिक को पूरे स्टाफ के समक्ष चेतावनी दी थी। वह लिपिक फाइव मूवमेंट की जानकारी देकर पेटीएम से राशि ले रहा था। इसकी भनक मिलने पर मंत्री उमेश पटेल ने ही सचिव को इसकी सूचना दी थी।
भृत्य की सेवा समाप्त
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग अंतर्गत खाद्य एवं औषधी प्रशासन विभाग,रायपुर में कलेक्टर दर पर पदस्थ भृत्य (मंत्रालय में अटैच) चन्द्रदीप टंडन को पद से हटा दिया गया है।
टंडन द्वारा मोबाईल के माध्यम से मैदानी क्षेत्र के कार्यालयों में अधिकारियों/कर्मचारियों से कार्य करवाने के एवज में पैसों की मांग की जाने की शिकायत प्राप्त हुई थी। जाँच उपरांत शिकायत सही पाए जाने पर कार्यवाही करते हुए नियंत्रक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, उसकी सेवा समाप्त कर दी है।