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रायगढ़ के डाक्टर को निवेश का झांसा दिया था
रायपुर, 7 अक्टूबर। शेयर मार्केट में ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी करने वाले केरल के आरोपी निजामुद्दीन को राज्य साइबर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
साइबर पुलिस के अनुसार जिंदल एवं फोर्टिस हॉस्पिटल रायगढ़ पतरापाली में कार्यरत जनरल सर्जन रायगढ़ निवासी संजीव पुरकायस्थ के साथ आरोपियों ने वाट्सएप के माध्यम से स्वंय को सिंगापुर की एक फाइनेंसियल कंपनी, की भारतीय शाखा का आर्थिक विश्लेषक (फाइनेंसियल एनालिस्ट) बताकर दोस्ती की । और ट्रेडिंग एकाउंट खोलने का लिंक भेजकर लिंक में रजिस्टर्ड होकर इन्वेस्टमेंट करने पर म्युचुअल फण्ड से ज्यादा रिर्टन का भरोसा दिलाकर कुल 87 लाख रूपए की धोखाधड़ी की गई। जब संजीव को यह विश्वास हो गया कि वह सायबर ठगी का शिकार हो गया ।तब उन्होंने एडीजी तकनीकी सेवायें प्रदीप गुप्ता को लिखित शिकायत दी। समक्ष प्रस्तुत होकर शिकायत की ।26 अक्टूबर 21 को राज्य साइबर पुलिस थाना में अपराध धारा 420 भादवि एवं 66(डी) आई टी 2000 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
विवेचनाक्रम में यह पता चला कि क्रिएटीवक्रू टेक्नालाजी प्राईवेट लिमिटेड कंपनी के साथ ही अन्य कई कंपनी ठगी के उद्देश्य से खोली गई जो रजिस्टर्ड करायी गई थी। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी ने बताया कि इस तरह की अन्य कंपनियों पर एमएचए द्वारा पूर्व में कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया था। गिरफ्तार कंपनी के डायरेक्टर मोहसिन एन ने बताया कि अपने साथी निजामुददीन ए.बी. उर्फ निजाम के साथ मिलकर क्रिएटीवक्रू टेक्नालॉजी प्राइवेट लिमिटेड व अन्य कंपनी को साथियों के साथ मिलकर रजिस्टर करवाया था। निजामुददीन ए.बी. उर्फ निजाम ने फेक कंपनी के डायरेक्टर को विदेशी नागरिक के कहने पर समय समय पर बदला जाता था । ताकि डायरेक्टर के संबंध में पुलिस को जानकारी ना हो। दस्तावेज के आधार पर आरोपी द्वारा विभिन्न तिथियों को जिन खाता नंबरों में सम्पूर्ण धोखाधड़ी की राशि जमा कराई गई थी। इस संबंध में निजामुददीन ए.बी. उर्फ निजाम से कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना जुर्म कबूल किया। गया बाद जिसे बदनापल्ली जिला थ्रिसुर केरल से गिरफ्तार कर रायपुर लाया गया। अपराध में संलिप्त विदेशी नागरिक व अन्य आरोपियों की पतासाजी जारी है।