सामान्य ज्ञान
14 अक्तूबर वर्ष 1882 को लाहौर (अब पाकिस्तान का हिस्सा) में पंजाब विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी। यह ब्रिटिश साम्राज्यवादी सरकार द्वारा कोलकाता, मुंबई और चेन्नई के बाद स्थापित किया गया भारत का चौथा विश्वविद्यालय था। बाद में विभाजन के बाद इसे शिमला स्थानांतरित किया गया और कुछ समय बाद 1956 में इसे चंडीगढ़ में स्थापित किया गया। पंजाब विश्वविद्यालय 550 एकड़ रकबे में फैला है और इसके शिक्षण एवं शोध के 75 विभागों के टीचिंग फैकल्टी में 700 सदस्य हैं।
पंजाब विश्वविद्यालय से 188 कॉलेज संबद्ध हैं, जिसके तीन क्षेत्रीय केंद्र और एक ग्रामीण क्षेत्रीय केंद्र पंजाब में है। इलाके के विद्यार्थियों का पंजाब विश्वविद्यालय में प्रवेश पाना एक सपना होता है, क्योंकि इसके रंगीन कैंपस, खूबसूरत डिजाइन और अत्याधुनिक इमारतें लुभाती हैं। लेकिन कड़े मानकों के कारण आखिरकार प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को ही इसमें प्रवेश मिल पाता है। टाइम्स हायर एजूकेशन वल्र्ड युनिवर्सिटी रैंकिंग 2012-13 में विश्व के 400 प्रमुख विश्वविद्यालयों में पंजाब विश्वविद्यालय को 226वां स्थान मिला है। इस विश्वविद्यालय से कई प्रसिद्ध हस्तियां निकलीं हैं, जिनमें देश के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह भी शामिल हैं।