अंतरराष्ट्रीय
ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने स्थानीय चुनावों में अपनी पार्टी डेमोक्रेटिक पीपल्स पार्टी (डीपीपी) के ख़राब प्रदर्शन के बाद शनिवार को इसके अध्यक्ष के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.
इन चुनावों में विपक्षी पार्टी कुओमिन्तांग (केएमटी) ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और राजधानी ताइपेई सहित कई मुख्य शहरों में जीत हासिल की है.
ताइवान में हो रहे इन चुनावों पर दुनियाभर की नज़र थी. ताइवान को लेकर चीन और अमेरिका हालिया वक्त में आमने-सामने रहे हैं और ये द्वीप वैश्विक राजनीति में चर्चा का केंद्र रहा है.
चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनज़र राष्ट्रपति साई इंग वेन ने इस चुनाव में ‘लोकतंत्र के लिए वोट’ का नारा दिया था.
शनिवार को नतीजे आने के बाद साई ने मीडिया से बात करते हुए कहा,“चुनावी परिणाम वैसे नहीं हैं जिसकी हमें उम्मीद थी. इस नतीजे की ज़िम्मेदारी मैं लेती हूं और तत्काल प्रभाव से डीपीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देती हूं.”
स्थानीय परिषदों और शहर के मेयर के चुनावों का केंद्र घरेलू मुद्दे थे, जिसमें अपराध, आवास और सामाजिक कल्याण जैसे मुद्दे को केंद्र में रखा गया था. इन चुनावों का सीधा संबंध किसी भी तरह से चीन या विदेशी नीतियों से नहीं था, लेकिन डीपीपी ने ने लोगों से वोटों की अपील करते हुए कहा था कि वो देश के लोकतंत्र के बारे में सोच कर वोट करें.