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नई दिल्ली, 27 नवंबर । केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि देश में जनसंख्या नियंत्रित करने के लिए क़ानून बनाना बेहद ज़रूरी है.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उन्होंने कहा, "अगर ये क़ानून नहीं बना तो देश में न सामाजिक समरसता और एकता बचेगी और न ही देश का विकास हो पाएगा."
उन्होंने दावा किया कि "1978 के पहले चीन की जीडीपी भारत की जीडीपी से कम थी लेकिन आज की तारीख़ में चीन भारत से ज़्यादा समृद्ध है क्योंकि 1979 में चीन 'वन चाइल्ड पॉलिसी' लाया था."
उन्होंने दिल्ली के जंतर-मंतर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, "यूपी से लेकर उत्तराखंड, गुजरात, मध्य प्रदेश तक में कॉमन सिविल कोड आज से 70 साल पहले आना चाहिए था. राज्यों में बीजेपी की सरकारों ने इसे लाने का संकल्प किया है."
उन्होंने कहा "आने वाले दिनों में दुनिया की कोई ताकत जनसंख्या नियंत्रण क़ानून को रोक नहीं पाएगी."
इस साल जुलाई में भी गिरिराज सिंह ने जनसंख्या क़ानून मामले में चीन का ज़िक्र किया था और कहा था कि देश में चीन की तर्ज़ पर जनसंख्या क़ानून बनाने की ज़रूरत है.
उन्होंने कहा था, "चीन ने 1979 में कड़ा क़ानून लाकर अगर अपनी आबादी नहीं रोकी होती तो वहां आज आबादी बढ़कर 60 करोड़ से अधिक हो गई होती."
साल 2015 में चीन ने अपनी वन चाइल्ड पॉलिसी को ख़त्म करने का फ़ैसला किया था और कहा था कि चीनी जोड़े दो बच्चे कर सकते हैं. 2016 में इस क़ानून को ख़त्म कर दिया गया था.
लेकिन लगातार गिरती जन्मदर को देखते हुए साल 2021 में चीनी सरकार ने कहा था कि यहां दंपति अब तीन बच्चे पैदा कर सकते हैं.
महंगाई के दौर में एक से अधिक बच्चे पालने को लेकर नागरिकों की चिंताओं को देखते हुए सरकार ने ये भी कहा था कि सरकार ऐसे परिवारों के लिए मदद भी मुहैया कराएगी. (bbc.com/hindi)