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फ़ुटबॉल वर्ल्ड कप के एक मुक़ाबले में अमेरिका से मिली हार का जश्न मनाने की वजह से ईरान में सुरक्षाबलों द्वारा एक शख़्स की गोली मारकर हत्या किए जाने का दावा किया जा रहा है.
बीबीसी को मिली जानकारी के अनुसार उत्तरी ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी सार्वजनिक तौर पर देश की फ़ुटबॉल टीम के वर्ल्ड कप मुक़ाबले से बाहर होने का जश्न मना रहे थे.
कुछ एक्टिविस्टों ने बताया कि मंगलवार रात बंदर अंज़ाली में गाड़ी का हॉर्न बजाने के बाद मेहरान समक को माथे पर गोली मारी गई.
कुछ दूसरे शहरों के वीडियो में भी भीड़ को सड़कों पर नाचते-गाते देखा गया है.
बहुत से ईरानी नागरिकों ने क़तर में अपनी फ़ुटबॉल टीम का समर्थन करने से इनकार कर दिया. दरअसल, इन लोगों का मानना है कि ये टीम इस्लामिक गणराज्य ईरान का प्रतिनिधित्व कर रही है.
ईरान की सरकारी मीडिया टीम पर ग़ैरज़रूरी दबाव बनाने के लिए मुल्क़ के अंदर और बाहर मौजूद विरोधी ताक़तों को ज़िम्मेदार बता रही है. ईरान की टीम ग्रुप स्टेज के फ़ाइनल मुक़ाबले में अमेरिका से 1-0 से हारी.
फ़ुटबॉल ख़िलाड़ियों ने भी देश में प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इंग्लैंड के ख़िलाफ़ खेले गए अपने पहले मुक़ाबले से पहले राष्ट्रगान गाने से इनकार कर दिया था.
ईरान में 10 सप्ताह पहले महसा अमीनी नाम की एक 22 वर्षीय युवती की पुलिस हिरासत में मौत के बाद से देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं.
दावा किया गया कि युवती ने हिजाब ठीक से नहीं पहना था जिसकी वजह से उन्हें हिरासत में लिया गया. हालांकि, ईरानी प्रशासन का कहना है कि अमीनी की मौत हार्ट अटैक से हुई. (bbc.com/hindi)