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बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन के ख़िलाफ़ उम्र में धोखाधड़ी के आरोप का पूरा मामला क्या है
04-Dec-2022 11:44 AM
बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन के ख़िलाफ़ उम्र में धोखाधड़ी के आरोप का पूरा मामला क्या है

-इमरान क़ुरैशी

बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन के ख़िलाफ़ अपनी उम्र के बारे में ग़लत जानकारी देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है.

शुक्रवार को उनके खिलाफ बेंगुलुरु पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. इसके एक दिन पहले ही उन्हें खेल में बेहतरीन योगदान के लिए अर्जुन अवॉर्ड दिया गया था.

लक्ष्य के साथ उनके परिवार के सदस्यों और कोच के ख़िलाफ़ भी उनकी उम्र के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है.

इस मामले में लक्ष्य सेन के ख़िलाफ़ पहले पुलिस में शिकायत में दर्ज की गई थी. लेकिन पुलिस ने शिकायत लेने से इनकार कर दिया था.

बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया में उम्र को लेकर धोखाधड़ी के मामले के ख़िलाफ़ लड़ रहे कुछ अभिभावक अदालत पहुंचे थे. इसके बाद स्थानीय अदालत ने पुलिस को शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया था.

शिकायतकर्ता एमजी नागराज ने आरोप लगाया है कि धीरेंद्र कुमार सेन और उनकी पत्नी निर्मला सेना ने अपने दो बेटों चिराग सेन और लक्ष्य सेन की जन्म की तारीख में बदलाव कर दिया था ताकि वो अपनी उम्र से कम आयु वर्ग में खेल सकें.

चिराग सेन भी बैडमिंटन खिलाड़ी हैं. नागराज की शिकायत में कहा गया है कि इस आधार पर दोनों 2010 से ही बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रहे हैं.

लक्ष्य सेन ने ब्रिटेन में आयोजित कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में बैडमिंटन का गोल्ड मेडल जीता था.

शिकायत में क्या कहा गया है?

इस शिकायत में कहा गया है कि लक्ष्य सेन की जन्म की तारीख 2001 बताई गई है. लेकिन वो 1998 में पैदा हुए थे.

गलत उम्र बता कर लक्ष्य सेन ने अपने से कम उम्र के वर्ग की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और सरकार से मिलने वाली दूसरी सहूलियतों का भी लाभ उठाया. ये दूसरे प्रतिभाशाली बच्चों और खिलाड़ियों के साथ धोखाधड़ी है.

एफआईआर में लक्ष्य सेन के पिता धीरेंद्र सेन का भी नाम है. धीरेंद्र सेन बैडमिंटन कोच भी हैं. लक्ष्य सेन की मां निर्मला सेन, भाई चिराग सेन और उनके कोच विमल कुमार के ख़िलाफ़ भी शिकायत की गई है.

बीबीसी ने इस मामले में बात करने के लिए लक्ष्य सेन के परिवार के सदस्यों और कोच विमल कुमार से संपर्क करने की कोशिश की. लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया.

विमल कुमार ने मैसेज किया कि वह फोन करेंगे. अगर वो जवाब देते हैं तो इसे स्टोरी में शामिल किया जाएगा.

शिकायतकर्ता नागराज ने बीबीसी हिंदी से कहा, "37 बच्चों के माता-पिता उम्र को लेकर हो रही अंधाधुंध धांधली के खिलाफ़ कर्नाटक हाई कोर्ट पहुंचे थे. हमारी याचिका में इस तरह की धांधली के ठोस सुबूत दिए गए थे."

वो कहते हैं, "कोर्ट ने अपना आदेश साल 2018 में सुनाया था जिसमें ये कहा गया था कि तीन हफ़्ते के भीतर बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया इस मामले में कानून के हिसाब से कदम उठाए लेकिन इसके बावजूद कुछ नहीं हुआ."

अदालत पहुंचे एक और अभिभावक नीलेश प्रभु ने कहा, "सीबीआई की स्पोर्ट्स इंटग्रिटी सेल ने 2015 में एक अनाम शिकायत के आधार पर धीरेंद्र कुमर सेन के खिलाफ जांच की थी. समझा जाता है कि शिकायत किसी खिलाड़ी के माता-पिता की थी. इस मामले में सीबीआई की इस सेल ने चिराग सेन समेत चार लोगों को दोषी ठहराया था."

प्रभु ने कहा, "धीरेंद्र कुमार सेन जब अल्मोड़ा में स्पोर्ट्स अथॉरिटी के कोच थे तो 2016 में सीबीआई ने उन पर चिराग सेन की जन्म तारीख में फेरबदल करने का आरोप लगाया था. इसके बाद स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के विजिलेंस ने इस मामले की जांच की थी. जांच के बाद इसने धीरेंद्र कुमार सेन को बर्खास्त करने की सिफारिश की थी."

प्रभु ने कहा, "बेंगलुरु के एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में हमने जो आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है, उसमें इन जांचों से जुड़े दस्तावेजों को भी नत्थी किया है."

एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट ने ही पुलिस थाने को इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच करने को कहा है.

सेन परिवार और विमल कुमार पर धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया गया है. उनके ख़िलाफ़ आईपीसी की धाराओं को तहत शिकायत दर्ज कराई गई है.

धीरेंद्र कुमार सेन प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन एकेडमी के चीफ कोच हैं.

लक्ष्य सेन की कामयाबी
लक्ष्य सेन ने बकिंघम (ब्रिटेन) में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में गोल्ड मेडल जीता था. बैडमिंटन में पुरुष सिंगल्स के फ़ाइनल में लक्ष्य सेन ने मलेशिया के ज़ी योंग एनजी को तीन गेम्स तक चले मैच में मात दी थी.

इससे पहले लक्ष्य सेन ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे थे. लेकिन वहां उन्हें डेनमार्क के विक्टर एक्सल्सन ने हरा दिया था.

मुक़ाबले में डेनमार्क के विक्टर एक्सल्सन का पलड़ा थोड़ा भारी माना जा रहा था. लेकिन लक्ष्य ने दूसरे गेम में उन्हें ज़ोरदार चुनौती दी. दूसरे गेम में एक समय मुक़ाबला बराबरी का दिख रहा था लेकिन लक्ष्य जल्दी ही दबाव में आ गए थे.

उत्तराखंड के अल्मोड़ा में पैदा होने वाले लक्ष्य सेन वहीं के रहने वाले हैं. क़रीब 5 फ़ीट 11 इंच लंबे सेन ने बैडमिंटन के जाने माने प्रशिक्षकों विमल कुमार,पुलेला गोपीचंद, और योंग सू यू से ट्रेनिंग ले चुके हैं.

उन्होंने प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन एकेडमी में भी प्रशिक्षण लिया है.

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