राष्ट्रीय
-शुरैह नियाज़ी
नई दिल्ली, 7 दिसंबर । मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि इंदौर के लॉ कॉलेज की लाइब्रेरी में रखी गई एक किताब की लेखिका डॉ. फ़रहत ख़ान और उसके प्रकाशक को जल्द से जल्द गिरफ़्तार किया जाएगा.
इस किताब में कथित तौर पर हिंदुओं को 'आतंकी' बताया गया है. वहीं, विभाग ने डॉ. फ़रहत ख़ान की डॉक्टरेट की डिग्री की वापसी के लिए भी पत्र लिखा है.
शहर के लॉ कॉलेज की लाइब्रेरी में विवादास्पद किताब ‘सामूहिक हिंसा एवं दाण्डिक न्याय पद्धति’ की लेखिका डॉ. फ़रहत ख़ान फ़रार हैं.
इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब कथित तौर पर कुछ छात्रों ने कॉलेज में हिंदुओं के ख़िलाफ़ पढ़ाई का मामला उठाया. सरकार ने इस मामले में एक जांच कमेटी भी गठित की है.
इस मामलें में चार लोगों पर एफ़आईआर भी की गई है.
इनमें लेखिका डॉ. फ़रहत ख़ान, प्रिंसिपल इनामुर्र रहमान, प्रोफ़ेसर डॉ. मिर्ज़ा मोजिज और अमर लॉ पब्लिकेशन के प्रकाशक शामिल हैं.
वहीं कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ इनामुर्र रहमान ने इस पूरे विवाद के बीच शनिवार को इस्तीफ़ा दे दिया था. इनामुर्र रहमान और प्रोफ़ेसर डॉ. मिर्ज़ा मोजिज की अग्रिम जमानत की अर्ज़ी को कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया है.
हालांकि इनामुर्र रहमान को प्रिंसिपल 2019 में बनाया गया था लेकिन यह किताब कॉलेज लाइब्रेरी में उससे पहले से मौजूद है. (bbc.com/hindi)