अंतरराष्ट्रीय
अमेरिकी संसद की प्रतिनिधि सभा में अब से कुछ घंटे पहले समलैंगिक रिश्तों और अंतर-नस्लीय शादियों की हिफ़ाजत के लिए एक ऐतिहासिक विधेयक पास हो गया है.
इससे पहले इस बिल को अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट में पास किया गया था. प्रतिनिधि सभा में पास होने के बाद इस विधेयक को अमेरिकी राष्ट्रपति के पास भेजा गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि वह बेहद गर्व और तत्परता के साथ इस बिल पर हस्ताक्षर करेंगे.
उनके हस्ताक्षर के साथ ही यह विधयक कानून की शक्ल ले लेगा. प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी के 39 सदस्यों ने इस विधेयक के समर्थन में वोट किया है.
अमेरिकी संसद के इस सदन में फ़िलहाल डेमोक्रेटिक पार्टी को बहुमत हासिल है. लेकिन हाल ही में हुए मध्यावधि चुनावों के नतीजों की वजह से जनवरी में प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी बहुमत हासिल कर लेगी.
अमेरिकी में इस विधेयक को लेकर कोशिशें तब शुरू हुईं जब कंज़र्वेटिव विचारधारा वाले जजों के नेतृत्व में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात के मुद्दे पर एक पुराना फ़ैसला पलट दिया.
ये फ़ैसला आने के बाद डेमोक्रेटिक खेमे में आशंकाएं जताई गयीं कि सुप्रीम कोर्ट समलैंगिक रिश्तों से जुड़े 2015 के फ़ैसले को भी पलट सकती है. इसी दिशा में इस विधेयक को लाया गया है जो 2015 का फ़ैसला पलटने की स्थिति में भी इस तरह के वैवाहिक संबंधों की हिफ़ाज़त करेगा. (bbc.com/hindi)