सामान्य ज्ञान
डॉपलर मौसम राडार नियमित मौसम निगरानी के लिए एक प्रमाणित उपकरण है। दूर के बादलों से गूंज की परख करने वाले सामान्य राडारों की क्षमता के अलावा सी-बैंड राडार डॉपलर स्थापित किया गया है, जो शिफ्ट से हवाओं के चालन का भी पता लगाता है। इन राडारों का इस्तेमाल तीन घंटे तक के अनुमानों की भविष्यवाणी करने में किया जा सकता है। हवाओं के बारे में अतिरिक्त जानकारी से एक से दो दिन तक के मौसम अनुमानों (एनडब्ल्यूपी) की जानकारी दी जा सकती है।
भारतीय मौसम विभाग इस समय एस-बैंड डॉपलर मौसम राडार की जानकारी, जो हर 10-15 मिनट में प्राप्त की जाती है, का इस्तेमाल दिल्ली क्षेत्र के मौसम के अनुमान के लिए करता है। इस जानकारी का इस्तेमाल उड्डयन क्षेत्र के लिए जरूरी है। इसकी सहायता से आने वाले भंयकर तूफान के बारे में भी सही समय की जानकारी दी जा सकती है। सभी मेट्रो शहरों के नागरिकों के लिए यह सूचना विशेष रूप से उपयोगी है।
इस मामले में दिल्ली शहर के साथ शुरूआत की जा चुकी है। हालांकि एस-बैंड राडार मुख्य रूप से वायु क्षेत्र के उपयोगों के लिए है, लेकिन मौसम भवन पर स्थापित दूसरा राडार केवल दिल्ली में आने वाले तूफान के बारे में सूचनाएं देगा। इसके अलावा पोलेरीमीट्रिक क्षमता के कारण यह वर्षा और ओलावृष्टि के बारे में भी सही अनुमान दे सकेगा। यह सी-बैंड पोलेरीमीट्रिक राडार व्यावसायिक दृष्टि से उपलब्ध राडारों के मुकाबले अपेक्षाकृत नई टेक्नोलॉजी है।