सामान्य ज्ञान

एक नए शोध में दावा किया गया है कि हमारी आकाशगंगा में कम से कम 100 अरब ग्रह हैं। इस शोध पर भरोसा किया जाए तो हर तारे के लिए कम से कम एक ग्रह है और ज्यादातर ग्रहों में जीवन की संभावना हो सकती है।
इस शोध में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने कहा है कि ग्रहों के साथ साथ तारा प्रणालियां पूरे ब्रह्मांड में फैली हैं। नासा का कहना है कि कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के ऐस्ट्रोनॉमर्स ने केपलर-32 नामक तारे की कक्षा में मौजूद ग्रहों और हमारी आकाशगंगा के ग्रहों का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रणालियों के अध्ययन के दौरान यह निष्कर्ष निकाला। केलटेक में खगोलविज्ञान के सहायक प्रोफेसर जॉन जॉन्सन इस स्टडी के सह लेखक भी हैं। उन्होंने कहा- हमारी आकाशगंगा में कम से कम 100 अरब ग्रह मौजूद हैं। यह चौंकाने वाली बात है। ग्रह व्यवस्था का पता नासा के केपलर स्पेस टेलिस्कोप की मदद से लगाया गया था और इस व्यवस्था में 5 ग्रह होते हैं। केपलर-32 की कक्षा में मौजूद दो ग्रहों की खोज दूसरे ऐस्ट्रोनॉमर पूर्व में कर चुके हैं। केलटेक की टीम ने शेष तीन ग्रहों की पुष्टि की और फिर पांच ग्रहों की प्रणाली का विश्लेषण कर इसकी तुलना केपलर द्वारा खोजी गई अन्य प्रणालियों से की।