अंतरराष्ट्रीय

(एम. जुल्करनैन)
लाहौर, 23 जनवरी। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि वह पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में मोहसिन नकवी की नियुक्ति को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देंगे।
उन्होंने उन्हें अपनी पार्टी का “दुश्मन” बताया और देश को “हल्के में” लेने के लिए निर्वाचन आयोग की आलोचना की।
नकवी को रविवार रात पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। इसके कुछ घंटे पहले ही पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने सर्वसम्मति से उन्हें इस पद पर नियुक्त करने का फैसला किया था।
उनकी नियुक्ति सत्तारूढ़ दल और प्रांत में विपक्ष के बीच, इस पद के लिए एक नाम पर आम सहमति न बन पाने के बाद की गई।
पूर्व मुख्यमंत्री हमजा शहबाज द्वारा सुझाए गए दो उम्मीदवारों में से एक नकवी एक मीडिया हाउस के मालिक हैं और पीपीपी नेता आसिफ अली जरदारी के करीबी माने जाते हैं।
खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नकवी को “भ्रष्टाचार में जरदारी का मुखौटा” कहती है।
खान ने एक ट्वीट में कहा, “पीएमएल-एन का अपने खुद के अंपायर चुनने का इतिहास रहा है, लेकिन यह अविश्वसनीय है कि कैसे ईसीपी ने पीटीआई के कट्टर दुश्मन को पंजाब के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में चुना है। यह पद एक गैर-पक्षपातपूर्ण व्यक्ति के लिए है।”
पीटीआई प्रमुख ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) को नकवी के “सौदे” की तस्वीर पोस्ट करते हुए अनुरोध किया कि उन्हें हैरिस स्टील मिल्स भ्रष्टाचार मामले में “याचिका सौदा” के रूप में 35 लाख रुपये का भुगतान करने की अनुमति दी जाए।
उन्होंने रविवार को कहा, “ईसीपी ने हमारे लोकतंत्र को मजाक बनाकर पाकिस्तान को ‘‘हल्के में’’ लिया है।
खान ने कहा कि नकवी को पंजाब में चुनाव में देरी करने और पीटीआई को नुकसान पहुंचाने का काम सौंपा गया है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएलक्यू) के वरिष्ठ नेता मूनिस इलाही ने ट्वीट किया, “मोहसिन नकवी दो सूत्री एजेंडा के साथ आए हैं जिसमें वर्तमान स्थिति को एक साल के लिए बढ़ाना और पीटीआई को नुकसान पहुंचाने के लिए सब कुछ करना शामिल हैं।” (भाषा)