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अमेरिका की ख़ुफ़िया जानकारी चुराने पर चीनी इंजीनियर को आठ साल की सज़ा
27-Jan-2023 9:03 AM
अमेरिका की ख़ुफ़िया जानकारी चुराने पर चीनी इंजीनियर को आठ साल की सज़ा

अमेरिकी एविएशन सेक्टर की संवेदनशील जानकारियां चुराने के मामले में एक चीनी इंजीनियर को अमेरिका में आठ साल की सज़ा सुनाई गई है.

अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि 31 वर्षीय जी चाओचिन ने गोपनीय जानकारियां हासिल करने के लिए वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की पहचान भी कर ली थी.

इसके साथ ही उन्होंने खुद को अमेरिकी सेना के रिज़र्व ग्रुप में शामिल करा लिया और अपने अपने बारे में ग़लत जानकारियां उपलब्ध कराईं.

अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि जी चाओचिन चीन की एक मुख्य स्टेट इंटेलिजेंस यूनिट के लिए काम कर रहे थे.

पिछले साल सितंबर में उन्हें अमेरिकी अटॉर्नी जनरल को सूचित किए बिना विदेशी सरकार के एजेंट के रूप में काम करने के मामले में दोषी ठहराया गया था.

अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक़, जी चाओचिन लगभग एक दशक पहले स्टूडेंट वीज़ा पर अमेरिका आए थे.

उन पर जियान्गसू प्रांत के प्रांतीय सुरक्षा मंत्रालय को आठ ऐसे लोगों की जानकारियां लीक करने का आरोप है, जिनकी भर्ती होनी थी.

ये सभी लोग पिछले कुछ सालों में चीनी और ताइवानी नागरिकता छोड़कर अमेरिकी नागरिक बन गए और इनमें से कुछ लोग अमेरिकी सुरक्षा कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम कर रहे हैं.

अमेरिकी सेना में हुए शामिल
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि जी चाओचिन साल 2016 में अमेरिकी सैन्य रिज़र्व ग्रुप में शामिल हुए थे.

अमेरिकी सेना के इस कार्यक्रम में वे विदेशी नागरिक शामिल हो सकते हैं जिनके पास अमेरिकी हितों के लिहाज़ से ख़ास योग्यता हो.

उन्होंने अपने आवेदन और इंटरव्यू में ग़लत जानकारी दी थी कि वे पिछले सात सालों में किसी विदेशी सरकार के संपर्क में नहीं रहे हैं.

साल 2018 के सितंबर महीने में उनकी मुलाक़ात चीन की मिनिस्ट्री ऑफ़ स्टेट सिक्यूरिटी के एक प्रतिनिधि से हुई जो कि असल में अमेरिकी सरकार के अंडरकवर एजेंट थे.

इन बैठकों में जी चाओचिन ने बताया था कि वह अपनी सैन्य पहचान के साथ एयरक्राफ़्ट कैरियर आदि की तस्वीरें ले सकते हैं.

ट्रेड सीक्रेट चुराने की कोशिश

उन्होंने कहा था कि वह अमेरिकी नागरिकता और सिक्यूरिटी क्लियरेंस हासिल करके सीआईए, एफ़बीआई और नासा में नौकरी हासिल करने की कोशिश करेंगे.

अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक़, जी चाओचिन इनमें से किसी एजेंसी में सायबर सिक्यूरिटी विशेषज्ञ के रूप में काम करना चाहते थे ताकि उनकी इन एजेंसियों के डेटाबेस तक पहुंच हो.

इनमें वे डेटाबेस भी शामिल हैं जिनमें वैज्ञानिक शोध आदि से जुड़ी जानकारियां हों.

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उन्हें मिनिस्ट्री स्टेट स्क्युरिटी के एक शीर्ष अधिकारी शू यानजुन से आदेश मिले थे.

यानजुन चीन के ऐसे पहले ख़ुफ़िया अधिकारी हैं जिन्हें कानूनी मुकदमे के लिए अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया है.

पिछले साल शू को संघीय कारावास में बीस साल की सज़ा सुनाई गई थी. उन पर अमेरिकी एविएशन और एयरोस्पेस कंपनियों जिनमें जनरल इलेक्ट्रिक के ट्रेड सीक्रेट चुराने की साजिश रचने का आरोप था.

इस महीने की शुरुआत में जनरल इलेक्ट्रिक के एक पूर्व कर्मचारी झेंग शियोकिंग को अपनी कंपनी से जुड़ी गुप्त जानकारियों को चीन सरकार को सौंपने के मामले में अमेरिका में दो साल की सज़ा सुनाई गयी है.

इसके साथ ही पिछले साल जुलाई में अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी क्रिस्टोफ़र रे ने कहा था कि चीन ने पश्चिमी कंपनियों की बौद्धिक संपदा को चुराने का प्रयास किया था ताकि वह अपने औद्योगिक विकास को तेज करके मुख्य क्षेत्रों में प्रभुत्व हासिल कर सके.

चीन ने इसके बाद जुलाई में ही कहा था कि रे चीन की छवि ख़राब कर रहे थे और शीत युद्ध की मानसिकता रखते हैं. (bbc.com/hindi)

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