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नई दिल्ली, 31 जनवरी । बजट सत्र से पहले संसद के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण का तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति और आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को बहिष्कार किया.
बीआरएस के सांसद के केशव राव ने कहा कि हम राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ नहीं हैं और बहिष्कार का फ़ैसला केंद्र सरकार की नाकामियों के विरोध में लिया गया है.
केशव राव ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, "हमने आज राष्ट्रपति जी का संबोधन सुना लेकिन उनके भाषण में बेरोज़गारी और महंगाई के मुद्दे का कोई जिक्र नहीं था. मैं राष्ट्रपति जी को ये सुझाव देता हूं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'अदानी ऐक्ट' लाने के लिए सुझाव दें क्योंकि यहां हर तरफ़ क्रोनी कैपिटलिज़्म का बोलबाला है."
उन्होंने कहा, "बीआरएस और आम आदमी पार्टी ने आज संसद में राष्ट्रपति के संबोधन के बहिष्कार का फ़ैसला किया है. हम राष्ट्रपति के ख़िलाफ़ नहीं हैं. लेकिन हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए एनडीए सरकार की नाकामियों के ख़िलाफ़ विरोध जतलाना चाहते हैं."
इससे पहले आज आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा था कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति के अभिभाषण का विरोध करेगी.
उन्होंने कहा, "माननीय राष्ट्रपति का अभिभाषण मोदी सरकार के झूठे वादों और झूठे दावों का पुलिंदा होता है. इसमें माननीय के अपने एक शब्द नहीं है. मोदी सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है, इसलिए आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी. बारह बजे विजय चौक पर प्रेस वार्ता करके पार्टी अपना पक्ष रखेगी." (bbc.com/hindi)