अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका के बाद अब लैटिन अमेरिका में भी चीन का कथित संदिग्ध जासूसी ग़ुब्बारा पाया गया है.
समाचार एजेंसी एएफ़पी और एसोसिएटेड प्रेस ने अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर के हवाले से यह जानकारी दी है.
राइडर ने बताया कि चीन के दूसरे जासूसी गुब्बारे को लैटिन अमेरिका में देखा गया है. हालांकि उन्होंने गुब्बारे की सटीक लोकेशन नहीं बताई.
वहीं पहले अमेरिका में पाए गए जासूसी ग़ुब्बारे पर चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की प्रतिक्रिया आई है.
चीन ने क्या कहा?
अमेरिका के ताज़ा दावों के बाद अब इस मामले में फिर से चीन का जवाब आया है. चीन के सरकारी मीडिया संस्थान ग्लोबल टाइम्स ने इस बारे में कुछ ट्वीट किए हैं.
एक ट्वीट में ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, "एक अप्रत्याशित घटना के कारण अमेरिका के हवाई क्षेत्र में चीन का एक मानवरहित एयरशिप प्रवेश कर गया था. चीन ने घटना की पुष्टि की है और इस पर अमेरिका को जवाब दिया है."
इसके अनुसार, "चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शनिवार को जारी एक बयान में बताया कि अप्रत्याशित हालात के कारण यह घटना घटी."
एक अन्य ट्वीट में ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, "चीन हमेशा अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों और दूसरे देशों की संप्रभुता और अखंडता का सख़्ती से सम्मान करता है. किसी संप्रभु देश के इलाक़े या एयरस्पेस का उल्लंघन करने का कोई इरादा नहीं रहा है. हम कुछ अमेरिकी नेताओं और मीडिया के इस घटना के सहारे चीन को बदनाम करने का विरोध करते हैं."
अमेरिका में दिखा था कथित जासूसी ग़ुब्बारा
इससे पहले अमेरिका के पश्चिमी राज्य मोंटाना में बुधवार को ऐसा ही एक गुब्बारा पाया गया था.
उसके बाद अमेरिका ने चीन पर संवेनशील जगहों की जासूसी करने का आरोप लगाया. अधिकारियों का कहना है कि यह ग़ुब्बारा हाल के दिनों में संवेदनशील जगहों पर उड़ रहा था और यह एक जासूसी उपकरण है.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इन घटनाक्रम के बीच चीन का दौरा रद्द कर दिया है.
हालांकि चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के आरोपों को नकारते हुए कहा था कि यह 'सिविलियन एयरशिप' है, जो अपने रास्ते से भटक गया था.
चीन ने अमेरिकी आसमान में इस तरह ग़ुब्बारा आने पर खेद जताया था. उसने बताया कि इस ग़ुब्बारे का मकसद मौसम संबंधी जानकारियां जुटाना था. (bbc.com/hindi)