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ईरान, 6 फरवरी । ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्ला अली ख़मेनेई ने 10 हज़ार से ज़्यादा क़ैदियों को माफ़ी देते हुए क़ैद से रिहा करने का आदेश दिया है. माफ़ी पाने वालों में हाल के सरकार विरोधी प्रदर्शन करने वाले पुरुष और महिला क़ैदी भी शामिल हैं.
ईरान की सरकारी मीडिया की एक रिपोर्ट में बताया गया है ये माफ़ी 'सशर्त' है.
उनका यह फ़ैसला इस्लामी क्रांति की 44वीं सालगिरह के कुछ दिन पहले लिया गया है.
अभी से क़रीब पांच महीने पहले 'ढंग से हिजाब न पहनने' पर 22 साल की महसा अमीनी की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी. उसके बाद पूरे ईरान में प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू हो गया.
महिलाएं हिजाब न पहनने के लिए आंदोलन चला रही हैं. उनके समर्थन में पुरुष भी हैं. ये लोग देश की मोरैलिटी पुलिस की सख़्ती और मनमानी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं.
आंदोलन थामने के लिए पुलिस ने उस समय से हज़ारों लोगों को हिरासत में लिया है. अधिकारियों ने इन प्रदर्शनों को विदेशी समर्थन से होने वाला 'दंगा' करार दिया है.
मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि अब तक 500 से अधिक प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है. (bbc.com/hindi)