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नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड ने रविवार को भरोसा जताया कि सोमवार को प्रतिनिधि सभा में होने जा रहे विश्वास मत में वह आसानी से जीत जाएंगे.
राष्ट्रपति चुनाव में प्रचंड द्वारा नेपाली कांग्रेस के नेता रामचंद्र पौडेल को समर्थन देने के बाद सात पार्टियों वाले गठबंधन में से दो राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी और सीपीएन-यूएमएल ने समर्थन वापस ले लिया. इसके बाद पीएम प्रचंड को संसद में विश्वास मत का सामना करना पड़ रहा है.
इससे पहले 10 जनवरी प्रचंड ने 275 सदस्यों वाली संसद में 268 वोट पाकर आसानी से बहुमत हासिल कर लिया था. उस समय नेपाल वर्कर्स एंड पीज़ेंट्स पार्टी और राष्ट्रीय जनमोर्चा के अलावा सभी पार्टियों ने सरकार के समर्थन में मतदान किया था.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, रविवार को संसद से बाहर आते समय पीएम प्रचंड ने मीडिया से कहा कि उन्हें सोमवार को होने वाली वोटिंग में बहुमत पाने की उम्मीद है.
मीडिया से बातचीत में प्रचंड ने कहा, "पिछली बार, मुझे संसद के 99 फ़ीसदी सदस्यों का साथ मिला था और मुझे उम्मीद है कि इस बार मुझे 100 फ़ीसदी वोट मिलेंगे."
नेपाल की गठबंधन सरकार में 10 पार्टियां शामिल हैं. इनमें सीपीएन माओवादी सेंटर, नेपाली कांग्रेस, सीपीएन (यूनिफ़ाइड सोशलिस्ट), जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल, जनमत पार्टी, राष्ट्रीय जन मोर्चा, नागरिक उनमुक्ति पार्टी, जनता समाजवादी पार्टी-नेपाल, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी-नेपाल, नेपाल समाजवादी पार्टी और आम जनता पार्टी शामिल हैं.
संसद में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस ने प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार के समर्थन में वोट डालने का फ़ैसला किया है. अभी तक नेपाली कांग्रेस, राष्ट्रीय स्वतंत्रता पार्टी और सीपीएन-यूनिफ़ाइड सोशलिस्ट ने प्रचंड के समर्थन में मतदान करने का एलान किया है. इन पार्टियों की संसद में कुल संख्या 151 होती है जो कि 275 सदस्यों वाले सदन में बहुमत पाने के 138 के आंकड़े से अधिक है. (bbc.com/hindi)