विचार / लेख
फोटो-गूगल से
यह सत्य प्रेम कथा है सारस क्रेन पक्षी और अमेठी जिले युवक आरिफ के बीच। सारस पक्षी को संस्कृत में क्रौंच पक्षी कहा जाता है। रामायण के शुरुआत में क्रौंच वध प्रसंग है। क्रौंच पक्षी ताउम्र साथ रहते हैं। यदि एक मरा तो दूसरा है तो दूसरा वियोग में दम तोड़ देता है पर जोड़ा नहीं बदलता।
प्रसंग के मुताबिक शिकारी सारस के जोड़ें में एक का शिकार करता है तो दूसरा करुण विलाप करते हुए उड़ता है। इस विलाप से महर्षि वाल्मीकि के मुंह से अनायास सँस्कृत का प्रथम श्लोक फूट पड़ा और इसके बाद महाग्रन्थ रामायण की रचना हुई।
सारस भारतीय पक्षी है और यूपी हरियाणा के खेतों में जोड़े के संग विचरण कर पेट भरता है दिखता है। यह सारस क्रेन घायल पड़ा हुआ आरिफ को अपने खेत में मिला था। उसकी टांग टूट गईं थी।
आरिफ ने सारस घर लकर उसका देसी इलाज किया और जो खुद खाता वह उसे देता। लगभग पांच फीट ऊंचा यह सारस चंगा हो गया तब उड़ कर कहीं गया नहीं। आरिफ को अपना दोस्त मान मान उसके सँग रहने लगा।
आरिफ जब कहीं बाइक जाता तो वह भी पीछे उड़ते जाता। इसका वीडियो एक माह से वायरल हो रहा था। बीबीसी ने भी आरिफ और सारस की इस प्रेम कथा पर फ़िल्म बनाई है। जिसमें सारस और आरिफ़ का साथ खाना कहते और उसकी बाइक के पीछे ऊपर उड़ते जाना दिखाया गया है।
कभी कभी सारस अपने पुराने साथियों से मिलने जाता उनके साथ खेतों में चरता पर शाम घर लौट आता। इस प्रेम का दुश्मन यूपी का वन विभाग निकला है और वह आरिफ के घर से सारस को ले गया है।
वाइल्ड लाइफ एक्ट में इसे पालना जुर्म है। पर यह मामला वैसा नहीं सारस खुद संग रह रहा था उसके पंख नहीं काटे गए थें। वह अपनी पसंद की आजाद जिंदगी आरिफ के साथ जी रहा था।
मेरे विचार में आजाद पक्षी को अलग वन विभाग अब यदि पिंजरे में कैद रखता है तो वह नैतिक अपराध होगा।
देखिये क्या सारस के इस अधिकार के लिये यूपी या फिर देश के पक्षी प्रेमी वन विभाग के लिए खिलाफ क्या कदम उठाते हैं।
अभी इस प्रेम कथा का उपसंहार नहीं हुआ है।शो अभी बाकी है। सीएम श्री योगी को हस्तक्षेप करना चाहिए जिसे आदमी और मनुष्य में दोस्ती की अभूतपूर्व मिसाल बनी रहे।
सारस भारत का सबसे ऊंचा पक्षी है उसका विलाप महर्षि वाल्मीकि को द्रवित कर सकती है तो इसकी हाय भी देखे क्या गुल खिलाती है,तत्सम्बन्ध में भविष्य की खिड़की खुलना अभी बाकी है।