अंतरराष्ट्रीय

संयुक्त राष्ट्र, 25 मार्च। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने वैश्विक जल संसाधनों पर तीन दिवसीय सम्मेलन के आखिरी दिन शुक्रवार को कहा कि मानवता का अस्तित्व इस बात पर निर्भर करता है कि लोग जल का प्रबंधन कैसे करते हैं।
इस सम्मेलन में विकासशील देशों ने स्वच्छ पेयजल और बेहतर स्वच्छता का आह्वान किया।
गुतारेस ने कहा, ‘‘भविष्य के लिए मानवता की सभी उम्मीदें किसी न किसी रूप में जल के सतत प्रबंधन और संरक्षण के लिए एक नयी रूपरेखा तैयार करने पर निर्भर करती है।’’
उन्होंने कहा कि इसमें कृषि के लिए जल के तर्कसंगत उपयोग और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अधिक आक्रामक कार्रवाई करना शामिल है। उन्होंने कहा कि जल ‘‘वैश्विक राजनीतिक एजेंडे के केंद्र में होना चाहिए।’’
सम्मेलन की पूर्व संध्या पर जारी संयुक्त राष्ट्र विश्व जल विकास रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की 26 प्रतिशत आबादी (दो अरब लोग) के पास स्वच्छ पेयजल नहीं है और 46 प्रतिशत आबादी (3.6 अरब लोग) मूलभूत स्वच्छता के अभाव में जी रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र के अध्ययन से यह भी पता चला है कि दुनिया की लगभग आधी आबादी 2030 तक गंभीर जल संकट का सामना करेगी।
सम्मेलन में जल संकट से जूझ रहे देशों खासतौर से विकासशील देशों ने संयुक्त राष्ट्र सदस्यों से अपनी जनता को स्वच्छ पेयजल और बेहतर स्वच्छता प्रणाली उपलब्ध कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की आवश्यकता पर जोर दिया। (एपी)
एपी गोला अमित अमित 2503 0938 संयुक्तराष्ट्र