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राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म किए जाने के बाद भारतीय मूल के अमेरिकी नेता रो खन्ना चर्चा में हैं.
सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर उन्होंने गांधी की सदस्यता ख़त्म करने की आलोचना क्या की, लोग खन्ना के दादा और पूर्व सांसद अमरनाथ विद्यालंकार का नाम लेकर उन्हें निशाना बनाने लगे.
रो खन्ना ने ट्विटर पर लिखा, "संसद से राहुल गांधी का निकाला जाना गांधीवादी दर्शन और भारत के गहरे मूल्यों के साथ बहुत बड़ा धोखा है. ये वो नहीं है जिसके लिए मेरे दादाजी ने जेल में सालों की कुर्बानी दी थी. पीएम नरेंद्र मोदी आपके पास भारतीय लोकतंत्र की खातिर इस फ़ैसले को पलटने की ताकत है."
उनके इस ट्वीट के जवाब में फ़िल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने लिखा, "वैसे क्या आपके दादा जी ने आपातकाल के मसले पर इंदिरा गांधी का समर्थन नहीं किया था? क्या वे हमेशा फासीवादी फ़ैसलों के साथ खड़े नहीं रहे?"
ट्विटर पर कई और यूज़र ने भी रो खन्ना को ट्रोल किया है.
इन सबके जवाब में रो खन्ना ने लिखा, "यह देखकर दुख होता है कि लाला लाजपत राय के लिए काम करने वाले मेरे दादाजी को लोग बदनाम कर रहे हैं. उन्हें 1931-32 और 41-45 में जेल हुई थी. उन्होंने आपातकाल का विरोध करने के लिए इंदिरा गांधी को दो पत्र लिखे, जिसके तुरंत बाद उन्होंने संसद छोड़ दी. मुझ पर हमला करें. भारत के स्वतंत्रता सेनानियों पर हमला न करें. और हां, तथ्य सबसे अहम हैं."
कौन हैं रो खन्ना?
रो खन्ना भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद हैं. वे हाउस ऑफ़ रिप्रजेंटिव के सदस्य हैं.
उनके दादा अमरनाथ विद्यालंकार भारत की पहली लोकसभा के सांसद थे. बाद में वे दो और बार सांसद रहे. (bbc.com/hindi)