सामान्य ज्ञान
भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा कपास उत्पादक एवं उपभोक्ता है। देश में कपास का क्षेत्रफल विश्व में सर्वाधिक है। कभी देश की कपड़ा मिलों को कपास के आयात पर निर्भर रहना पड़ता था। पिछले कुछ वर्षों के दौरान कपास उत्पादन कार्यक्रमों जैसी विशेष योजनाओं के शुरू होने से देश में कपास की खेती का क्षेत्रफल, उत्पादन और उपज में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है जिससे न सिर्फ कपास उत्पादन में देश आत्मनिर्भर बन गया है बल्कि अब अधिशेष मात्रा का निर्यात अन्य देशों को भी होने लगा है। फाईबर के रूप में कुल उत्पादन का एक तिहाई भाग विश्व बाजार में निर्यात हो रहा है।
कपास वर्ष 2011-12 के दौरान देश को विश्व का सबसे बड़ा निर्यातक होने का दर्जा हासिल हुआ है और यह सब कपास उत्पादन में बीते दशक में हुई उल्लेखनीय प्रगति की वजह से संभव हुआ है। आज देश कपास उत्पादन में विश्व में दूसरे नम्बर पर आ गया है। भारत में विश्व के कुल कपास उत्पादन का लगभग 18 प्रतिशत उत्पन्न हो रहा है। देश में कपास उत्पादन का क्षेत्रफल लगभग 122 लाख हेक्टेयर है, जो विश्व का लगभग 25 प्रतिशत है। वैसे तो कपास की खेती विश्व के अनेक देशों में की जाती है लेकिन कपास के प्रमुख उत्पादक देशों में चीन, भारत, अमेरिका और पाकिस्तान प्रमुख हैं।
देश के प्रमुख कपास उत्पादक राज्य- गुजरात में 14 लाख किसान, महाराष्ट्र में लगभग 22 लाख, आंध्र प्रदेश में लगभग 7.49 लाख, मध्य प्रदेश में 4.78 लाख, हरियाणा में 2.82 लाख, पंजाब में 2.43 लाख, राजस्थान में 3.75 लाख एवं तमिलनाडु 2.50 लाख किसान कपास की खेती में लगे हुए हैं। इसके अलावा, ओडिशा, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में भी हजारों किसान कपास की खेती से जुड़े हुए हैं।