सामान्य ज्ञान

स्पार्टा अथवा लासदेमों, दक्षिण-पूर्वी पेलोपोन्नेस के लैकोनिया में यूरोटस नदी के तट पर बसा प्राचीन यूनान का प्रमुख नगर-राज्य था। 10वीं सदी ईसा पूर्व के आसपास यह एक राजनीतिक इकाई के रूप में उस वक्त उभर कर सामने आया, जब हमलावर डोरियंस ने स्थानीय गैर-डोरियन आबादी को अपने कब्जे में कर लिया।
अपनी समारिक श्रेष्ठता के कारण, यूनानी-फ़ारसी युद्धों के दौरान स्पार्टा को संयुक्त यूनानी सेना-वाहिनी के समग्र नेता के रूप में मान्यता मिली। ईसा-पूर्व 431 और 404 के बीच,पेलोपोनेशियल युद्ध के दौरान स्पार्टा एथेन्स का प्रधान शत्रु रहा, जिससे यह महान विजेता बनकर उभरा, हालांकि, काफी क्षति उठानी पड़ी। ईसा पूर्व 371 में लेयुकट्रा के युद्ध में स्पार्टा को थेबेस के हाथों हार सहनी पड़ी जिसने यूनान में स्पार्टा की महत्ता समाप्त कर दी। हालांकि ईसापूर्व 146 तक इसने अपनी राजनैतिक आजादी बरकरार रखी।
अपनी सामाजिक व्यवस्था और संविधान के कारण प्राचीन यूनान में स्पार्टा बेजोड़ था, जिसने सैन्य-प्रशिक्षण और उत्कृष्टता पर पूरी तरह अपना ध्यान केन्द्रित किया। इसके निवासियों को स्पार्टीएट्स (स्पार्टन नागरिकों, जिन्हें संपूर्ण अधिकार प्राप्त थे), मोथाकेस (गैर-स्पार्टन जो स्पार्टन से ही स्वाधीन होकर बाहर आए), पेरियोइकोई (स्वाधीन कर दिए गए लोग), एवं हेलटॉस (सरकार के अधीन कृषिदास, गुलाब बना लिए गए गैर-स्पार्टन की स्थानीय आबादी)। स्पार्टीएट्स को सख्त उत्तेजित प्रशिक्षण और शैक्षणिक शासन-प्रणाली से होकर, गुजरना पड़ता था तथा स्पार्टन सिपाहियों के संघटित व्यूह युद्धों में अजेय समझे जाते थे। स्पार्टन महिलाएं पुरुषों की तुलना में विशेषरूप से अधिक अधिकार और समानता उपभोग करती थीं।