सामान्य ज्ञान
खूबसूरत ग्लोरी लिली के फूल काफी नाजुक और शार्प होते हैं। इसे फ्लेम लिली भी कहते हैं। ग्लोरी लिली को मुख्यतौर पर औषधीय पौधे की तरह इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन, यह पौधा औषधीय गुणों के साथ-साथ जहरीला भी है। अगर एक निश्चत मात्रा से ज्यादा खा लिया जाए तो नतीजा मौत भी हो सकता है।
इस पौधे में ष्शद्यष्द्धद्बष्द्बठ्ठद्ग और ड्डद्यद्मड्डद्यशद्बस्रह्य पाया जाता है जो काफी जहरीले होते हैं। इसके अलावा इसकी टहनियों और पत्तियों के संपर्क में आने से त्वचा में जलन महसूस हो सकती है। लिली के पौधे का हर हिस्सा जहरीला होता है। खासतौर से इसकी जड़ों में सबसे ज्यादा जहरीले तत्व पाए जाते हैं। इसे खाने से उबकाई, उल्टियां, खूनी डायरिया और पेट-दर्द की शिकायत हो सकती है।
विगत कुछ वर्षों में इस फूल के पौधे का औषधीय प्रयोग के लिए बड़े पैमाने पर दोहन किया जा रहा है इसलिए वे लुप्त प्राय: हो चले हैं। तमिलनाडु में करीब 2 हजार एकड़ में इसकी खेती हो रही है। इसके बीजों का निर्यात होता है और किसान खूब कमा रहे हैं। यह जि़म्बाब्वे का राष्ट्रीय पुष्प है। तामिलनाडु ने भी इसे प्रादेशिक पुष्प बनाकर सम्मानित किया हुआ है।
इसकी बेल में फल्लियां लगती हैं जिसमें लाल रंग के बीज होते हैं। इस पौधे और उसकी जड़ों के रस का प्रयोग सर्पदंश सहित विभिन्न रोगों के उपचार में किया जाता है।