कारोबार
हैदराबाद, 26 मई। देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क उत्पादक कंपनी एनएमडीसी ने आज वित्त वर्ष 2023 के परिणाम घोषित किए। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी ने लौह अयस्क का 40.82 मिलियन टन का उत्पादन किया और 38.22मिलियन टन की बिक्री की। एनएमडीसी भारत की पहली लौह अयस्क उत्पादक कंपनी है जिसने लगातार दूसरे वित्त वर्ष में 40 मिलियन टन उत्पादन का आंकड़ा पार किया है।
भारत सरकार के लाभ कमाने वाले पीएसई ने वित्त वर्ष 2023 में 17667 करोड़ रुपए का कारोबार दर्ज किया। कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 7637 करोड़ रुपए और कर पश्चात लाभ (पीएटी) रुपए 5529 करोड़ रहा। खनन प्रमुख ने रुपए 2.85 प्रति शेयर की दर से दूसरे एवं अंतिम लाभांश की भी घोषणा की है। वित्त वर्ष 2023 में प्रथम अंतरिम लाभांश ( रु. 3.75 प्रति शेयर) सहित कुल लाभांश रुपए 6.6 प्रति शेयर है।
एक मजबूत प्रदर्शन के साथ वर्ष का समापन करते हुए, एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में 14.13 मिलियन टन लौह अयस्क उत्पादन और 12.41 मिलियन टन बिक्री दर्ज की जो स्थापना के बाद से किसी भी तिमाही में सबसे अधिक है। वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी का कारोबार रुपए 5851 करोड करोड़ रहा, जबकि पीबीटी और पीएटी क्रमश: रुपए 3285 करोड़ और रुपए 2277 करोड़ रहे।
कंपनी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए, श्री अमिताभ मुखर्जी, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) ने कहा, एनएमडीसी के मजबूत आधार और तकनीकी जुडाव ने हमें भारी वर्षा, मांग में मंदी और मूल्य अस्थिरता जैसी चुनौतियों का सामना करते हुए भी स्थिर मात्रा और मार्जिन प्राप्त करने में मदद की है।
बुनियादी ढांचे के लिए भारत सरकार से मिल रहे प्रोत्साहन के साथ, एनएमडीसी कच्चे माल की सुरक्षा सुनिश्चित करके घरेलू इस्पात उत्पादन और खपत में वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।