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धोनी रिटायर नहीं होंगे, पांचवीं बार आईपीएल जीतने के बाद क्या बोले कैप्टन कूल
30-May-2023 8:41 AM
धोनी रिटायर नहीं होंगे, पांचवीं बार आईपीएल जीतने के बाद क्या बोले कैप्टन कूल

अभिजीत श्रीवास्तव
सोमवार की रात जब ट्रॉफ़ी लेने की बारी आई तो कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अंबाति रायुडू और रवींद्र जडेजा को आगे खड़ा कर दिया. फिर पूरी टीम को आगे करते हुए ख़ुद पीछे हो गुम हो गए.

एक बार फिर वो जीत के लम्हों में ऐसे परछाई में चले गए कि ढूंढने से भी नहीं मिले. फिर जब कैमरे ने फ़ोकस किया तो वो अपनी उस टीम के ठीक पीछे खड़े थे जो आगे जश्न मना रही थी.

ये जश्न था चेन्नई सुपर किंग्स की उस टीम का जिसे धोनी की कप्तानी में पांचवीं बार आईपीएल की ट्रॉफ़ी हासिल हुई है.

अभी जश्न ख़त्म भी नहीं हुआ था कि धोनी अपने बेबाक अंदाज़ में कहीं और चल पड़े. कैमरे ने फिर उन पर फ़ोकस किया. कुछ क़दमों का फ़ासला तय कर माही ग्राउंड स्टाफ़ के बीच पहुंचे, उनसे साथ तस्वीरें खिंचवाईं.

ये धोनी का वही पुराना चिर परिचित अंदाज़ है जो हम सालों से देखते आ रहे हैं. वही कैप्टन कूल जो बड़ी से बड़ी जीत के बावजूद पूरे संयम के साथ अपने चेहरे पर बस कुछ मुस्कुराहटें भर बिखेरता है.

और फिर वो लम्हा आया जब सामने जाने माने कमेंटेटर हर्ष भोगले अपने उन्हीं सवालों के साथ खड़े थे जो उन्होंने कुछ दिन पहले ही पूछा था. ये सवाल था धोनी के रिटायरमेंट के बारे में.

रिटायरमेंट पर धोनी क्या बोले?
इस पर धोनी ने कहा, "अगर आप मौक़ा देखें तो रिटायरमेंट की घोषणा के लिए ये सबसे अच्छा समय है. मेरे लिए सबको धन्यवाद देते हुए रिटायर होना आसान है. जबकि आठ महीने कड़ी मेहनत करना और एक और आईपीएल सीज़न खेलना मुश्किल काम है. शरीर को मज़बूत रखना पड़ता है. लेकिन सीएसके के चाहने वालों से मुझे जितना प्यार मिला है, उनके लिए एक और सीज़न खेलने का तोहफ़ा होगा."

"जिस तरह से उन्होंने अपना प्यार और इमोशन दिखाया है, यह कुछ ऐसा है जो मुझे उनके लिए करना चाहिए. यह मेरे करियर का आख़िरी हिस्सा है. यह यहीं से शुरू हुआ था और यहां सभी ज़ोर-ज़ोर से मेरा नाम ले रहे थे. चेन्नई में भी ऐसा ही होता है. लेकिन वापस आ कर एक बार फिर जैसा भी संभव हो खेलना अच्छा होगा. मैं जिस तरह की क्रिकेट खेलता हूं, उन्हें लगता है कि वो भी खेल सकते हैं. इसमें कुछ भी ऐसा नहीं है जो आप नहीं कर सकते. और मैं इसे सरल रखना पसंद करता हूं."

विकेट के पीछे धोनी की फुर्ती के कायल
रिकॉर्ड पांच बार आईपीएल की ट्रॉफ़ी जीतने वाले कप्तान बनने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने मैच में बल्ले से तो कोई कारनामा नहीं किया और जिस एक गेंद का उन्होंने सामना किया उस पर आउट हो गए, लेकिन विकेट के पीछे उनकी तेज़ी इस फ़ाइनल मैच में भी देखी गई.

तब गुजरात टाइटंस के ओपनर्स शुभमन गिल और रिद्धमान साहा 10 रन प्रति ओवर की गति से रन जोड़ रहे थे. छह ओवर में 62 रन स्कोरबोर्ड पर सज चुके थे. ज़बरदस्त फ़ॉर्म में चल रहे शुभमन गिल का दो बार कैच छूट चुका था और रवींद्र जडेजा अपना पहला ओवर डाल रहे थे.

इसी ओवर की तीसरी गेंद पर शुभमन गेंद मारने से चूके जो पीछे धोनी के ग्लव्स में गई और माही ने बिजली की तेज़ी से शुभमन के स्टंप्स बिखेर दिए.

धोनी ने शुभमन गिल को एक सेकेंड से भी कम समय में स्टंप आउट किया.

जब धोनी स्टंप आउट कर रहे थे तब टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ और कुछ अन्य खिलाड़ी भी यह मैच देख रहे थे.

मैच के दौरान ही बीसीसीआई ने एक ट्वीट किया. इसमें भारतीय टीम के कुछ सदस्य जैसे मोहम्द सिराज, अक्षर पटेल, उमेश यादव बस में दिख रहे हैं.

टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ी इंग्लैंड में हैं और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल की तैयारी कर रहे हैं.

ये खिलाड़ी टीम के अन्य स्टाफ़ और कोच द्रविड़ के साथ नेट प्रैक्टिस के लिए बस में जाते वक़्त आईपीएल के फ़ाइनल का लुत्फ़ उठा रहे थे.

फ़ाइनल मैच में क्या हुआ?
आईपीएल का फ़ाइनल मैच रविवार को खेला जाना था, लेकिन बारिश की वजह से यह मैच रिज़र्व दिन 29 मई को खेला गया.

सोमवार को टॉस महेंद्र सिंह धोनी ने जीता और गुजरात टाइटंस से बल्लेबाज़ी को कहा.

गुजरात टाइटंस ने पहले बल्लेबाज़ी करके 214 रन बनाए. इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स ने जब बल्लेबाज़ी शुरू की तो अभी पहले ओवर की केवल तीन गेंदें ही डाली गई थीं कि बारिश आ गई और मैच को रोकना पड़ा. चेन्नई सुपर किंग्स ने पहली तीन गेंदों पर चार रन बनाए.

बारिश के बाद पिच सुखाने और दोबारा मैच शुरू करने में क़रीब दो घंटे का वक़्त बर्बाद हुआ. डकवर्थ लुइस नियम लागू किया गया और मैच के पांच ओवर कम कर दिए गए.

धोनी की टीम के सामने 15 ओवर में 171 रन का लक्ष्य रखा गया.
 

आख़िरी ओवर का रोमांच
डेवन कॉनवे (25 गेंदो पर 47 रन), ऋतुराज गायकवाड़ (16 गेंदों पर 26 रन) के साथ-साथ शिवम दुबे (21 गेंदों पर नाबाद 32 रन), अंबाति रायुडू (8 गेंद पर 19 रन) और अजिंक्य रहाणे (13 गेंद पर 27 रन) ने भी तेज़ पारियां खेलीं.

लेकिन जब मोहित शर्मा ने लगातार दो गेंदों पर रायुडू और धोनी को आउट करके चेन्नई की टीम को बैकफ़ुट पर धकेल दिया और मैच के अंतिम दो ओवरों में 22 रन बनाने थे, तब रवींद्र जडेजा जीत के हीरो बने.

मैच के 14वें ओवर में मोहम्मद शमी ने केवल 8 रन बनने दिए जिससे आख़िरी ओवर में जीत के लिए 14 रनों की ज़रूरत थी.

आख़िरी ओवर मोहित शर्मा डालने आए जिसकी पहली चार गेंदों पर तीन रन ही बने. अब चेन्नई सुपर किंग्स को जीत के लिए दो गेंदों पर 10 रन बनाने थे.

मोहित बेहतरीन गेंदें डाल रहे थे, लेकिन पांचवीं गेंद पर जडेजा ने लॉन्ग ऑन पर छक्का जड़ दिया. मोहित ने मैच की अंतिम गेंद लेग स्टंप पर फ़ुल टॉस डाली, जिसे जडेजा ने शॉर्ट फ़ाइन लेग की ओर ग्लांस कर चौका लगा दिया और इसके साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स को ऐतिहासिक जीत मिल गई.

2022 में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपना सबसे ख़राब सीज़न देखा और 10 टीमों के बीच नवें पायदान पर रही और इस वर्ष उसने पांचवीं बार इस ट्रॉफ़ी पर क़ब्ज़ा किया.

"जीत अंबाति रायुडू को समर्पित"
मैच के बाद जडेजा बोले, "अपने घरेलू दर्शकों के सामने अपना पांचवां खिताब जीत कर शानदार महसूस कर रहा हूं. मैं गुजरात से हूं और यह एक ख़ास एहसास है. मैं इस जीत को सीएसके टीम के एक विशेष सदस्य एमएस धोनी को समर्पित करना चाहता हूं."

अपनी बल्लेबाज़ी पर उन्होंने कहा, "मैं बस यही सोच रहा था कि जितना हो सके मुझे ज़ोर से स्विंग करने की ज़रूरत है. गेंद कहां जाएगी, मैं इस बारे में नहीं सोच रहा था, बस ज़ोर से स्विंग कराने की कोशिश कर रहा था. मैं सीधे हिट करना चाह रहा था, क्योंकि मुझे पता है कि मोहित धीमी गेंदें डाल सकता है."

क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर चुके चेन्नई सुपर किंग्स के अंबाति रायुडू ने फ़ाइनल जीतने के बाद कहा, ये फ़ाइनल कुछ वैसा ही था जिसे याद कर मैं अपनी बाकी ज़िंदगी मुस्कुरा सकूंगा."

केवल 8 गेंदों पर 19 रन बना कर मैच का रुख चेन्नई सुपर किंग्स की ओर मोड़ने वाले रायुडू बोले, "पिछले 30 सालों में मैंने जितनी भी मेहनत की है, मुझे ख़ुशी है कि मैं इसका इस तरह से अंत कर पाया हूं."

वहीं अजिंक्य रहाणे ने अंबाति रायुडू की पारी को शानदार बताया तो ऋतुराज गायकवाड़ बोले, "हम इस जीत को रायुडू को समर्पित करना चाहेंगे."

कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी अंबाति रायुडू की तारीफ़ की और बोले, "रायडू की ख़ास बात ये है कि वो अगर वह मैदान पर होते हैं तो हमेशा अपना 100 फ़ीसद देते हैं. हम इंडिया 'ए' के लिए एक साथ खेले. वे स्पिन और तेज़ गेंदबाज़ों को समान रूप से खेलते हैं, मुझे हमेशा लगता था कि वो कुछ ख़ास करेंगे. वो भी मेरी तरह ही हैं, फ़ोन का ज़्यादा इस्तेमाल नहीं करते हैं."

'प्लेयर ऑफ़ द मैच' डेवन कॉनवे से जब पूछा गया कि बारिश के दौरान जब दो घंटे का वक़्त ख़राब हुआ तब आपके मन में क्या चल रहा था तो वे बोले, "हम (कॉनवे और ऋतुराज) बहुत नर्वस थे, लेकिन ये भी सोच रहे थे कि क्यों न मैच का लुत्फ़ उठाया जाए."

ऑरेंज कैप जीतने के बाद गिल क्या बोले?
आईपीएल के इस सीज़न में सबसे बड़े खिलाड़ी बन कर उभरे हैं शुभमन गिल. गिल ने 17 मैचों में 59.33 की औसत और 157.80 के स्ट्राइक रेट से 890 रन बनाए. साथ ही इस टूर्नामेंट में गिल ने तीन शतक और चार अर्धशतक भी बनाए.

उनके बल्ले से सर्वाधिक 85 चौके निकले तो छक्के जड़ने के मामले में वो डुप्लेसी (36) और दुबे (35) के बाद 33 छक्कों के साथ तीसरे पायदान पर रहे.

इस टूर्नामेंट में शुभमन गिल ने तेज़ गेंदबाज़ों और स्पिर्नस के ख़िलाफ़ 50 से अधिक के औसत से 150 से अधिक के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की है. मैच के सभी तीनों फेज़ यानी पावरप्ले, 7 से 15 ओवर और 16 से 20 ओवर के दौरान उनका स्ट्राइक रेट 145 से ऊपर रहा है.

फ़ाइनल के बाद कमेंटेटर हर्ष भोगले ने ऑरेंज कैप जीतने वाले शुभमन से उस एक पारी के बारे में पूछा जिसे वो अपनी बाकी पारी से अधिक याद रखना चाहेंगे तो गिल ने कहा, "सीज़न की शुरुआत करना सबसे महत्वपूर्ण होता है और मैंने ये सही किया. मैं शुरुआत अच्छा कर रहा था, लेकिन 40 से 60 रनों के बीच बना रहा था. फिर मैंने अपनी पारी की अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना शुरू किया."

गिल से जब इस सीज़न में लगाए गए उनके छक्कों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "आईपीएल में आने से पहले मैंने बहुत अभ्यास किया है. डेथ ओवर्स के लिए मैंने अपनी तकनीक को भी थोड़ा बहुत बदला है और ये अच्छा रहा."

शुभमन गिल अपने शतकों पर बोले, "सनराइज़र्स के ख़िलाफ़ ये नियंत्रण की बात थी तो मुंबई के ख़िलाफ़ स्थिति को समझते हुए आक्रमण करने को लेकर था. तब मैंने सही मौक़े पर सही गेंदबाज़ का चयन किया. मैंने स्थिति का आकलन किया, मुझे लगता है कि किसी भी बल्लेबाज़ के लिए ऐसा करना ज़रूरी होता है और मैंने वैसा करते हुए बढ़िया प्रदर्शन किया."

पर्पल कैप जीतने के बाद मोहम्मद शमी क्या बोले?
मोहम्मद शमी को टूर्नामेंट में सबसे अधिक 28 विकेट लेने पर पर्पल कैप मिला. वहीं सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में उनके ठीक बाद 27 विकेट लेकर उनकी ही टीम के मोहित शर्मा और राशिद ख़ान दूसरे पायदान पर रहे.

मैच के बाद प्रजेंटेशन के दौरान कमेंटेटर हर्ष भोगले बोले 'आपके पावरप्ले की बॉलिंग का सबसे अधिक मज़ा आया', और पूछे कि जैसे टेस्ट मैच में करते हैं क्या वैसी ही बॉलिंग करते हैं पावरप्ले में?

इस पर आईपीएल के पावरप्ले में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाने वाले मोहम्मद शमी ने कहा, "हां, देखने वालों को ज़्यादा मज़ा आता है, लेकिन बॉल डालने वालों के लिए आसान नहीं होता क्योंकि दो ही फ़ील्डर्स सर्कल से बाहर होते हैं तो मेरे हिसाब से ज़िम्मेदारी ज़्यादा है. जब आप टी20 खेलते हैं तो अगर पावरप्ले में प्रदर्शन अच्छा रहा तो मैच बनने का मौक़ा ज़्यादा होता है."

ये पूछने पर कि सफ़ेद और लाल गेंद में कोई फ़र्क़ नहीं है? शमी बोले, "मैं भी इंसान हूं, फ़र्क़ होता है लेकिन चाहे सफ़ेद हों या लाल आपको गेंदें सही जगह डालनी पड़ती हैं. अगर सही जगह डालेंगे तो ज़रूर सफल होंगे."

आईपीएल 2023: रिकॉर्ड बुक
चेन्नई सुपर किंग्स बनी आईपीएल 2023 की चैंपियन.
चेन्नई सुपर किंग्स पांचवीं बार आईपीएल जीतने वाली मुंबई इंडियंस के बाद दूसरी टीम बनी.
धोनी की इस टीम ने 2010, 2011, 2018, 2021 और 2020 में आईपीएल की ट्रॉफ़ी जीती है.
शुभमन गिल के सिर सज़ा आईपीएल 2023 का ऑरेंज कैप.
गिल ने इस सीज़न में 59.33 की औसत से सबसे अधिक 890 रन बनाए. नंबर-2 पर फ़ाफ़ डुप्लेसी (730 रन).
शुभमन गिल ने इस सीज़न में सबसे अधिक तीन शतक बनाए, गिल ने सबसे अधिक 85 चौके भी जमाए.
सबसे अधिक छक्के डुप्लेसी (36 छक्के) के नाम, दूसरे स्थान पर शिवम दुबे (35 छक्के), तीसरे पर गिल (33 छक्के) रहे.
आईपीएल 2023 का ऑरेंज कैप सर्वाधिक विकेट लेने वाले मोहम्मद शमी (28 विकेट) को मिला.
शमी ने पावरप्ले में 17 विकेट लिए और 2020 में ट्रेंट बोल्ट और 2013 में मिचेल जॉनसन के एक समान 16 विकेट के रिकॉर्ड को तोड़ा.
आईपीएल के शीर्ष तीनों गेंदबाज़ गुजरात टाइटंस के रहे. मोहित शर्मा और राशिद ख़ान ने एक समान 27 विकेट लिए.
आईपीएल 2023 की एकमात्र हैट्रिक राशिद ख़ान के नाम रही.

इन क्रिकेटर्स ने टूर्नामेंट में धमाल मचाया
गिल के साथ ही कई अन्य क्रिकेटर्स ने इस टूर्नामेंट में खूब धमाल मचाया और इस सीज़न को रोमांच से भर दिया.

इसमें रिंकू शर्मा और यशस्वी जायसवाल के नाम ख़ास है. वहीं फ़ाइनल में अपने प्रदर्शन से साई सुदर्शन भी छाप छोड़ गए. सुदर्शन ने 96 रनों की बेहद तेज़ पारी खेली जिसकी वजह से ही गुजरात टाइटंस ने 214 रनों का अंबार खड़ा किया.

रिंकू शर्मा गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ आख़िरी ओवर में लगातार पांच छक्के लगा कर स्टार बने और आगे के कुछ मैचों में अंतिम ओवर्स में जीत दिला कर दमदार फ़िनिशर बने.

तो जायसवाल ने भी कई यादगार पारियां खेलीं, शतक लगाए और 624 रन बना कर इमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द सीज़न चुने गए. जायसवाल और गिल के रनों का फ़र्क़ 265 रहा, लेकिन चौके और छक्के का अंतर बहुत मामूली रहा.

जहां गिल ने 890 रन बनाने में 85 चौके और 33 छक्के लगाए, वहीं जायसवाल ने केवल 624 रन बनाने में ही 82 चौके और 26 छक्के जड़ दिए. दूसरी तरफ़ रिंकू सिंह के 474 रन 29 छक्कों की मदद से बने.

वैसे तो सबसे अधिक छक्के और सबसे बड़ा छक्का भी फाफ डुप्लेसी ने जमाया लेकिन सही मायने में छक्कों के बादशाह तो शुभम दुबे ही रहे.

डुप्लेसी ने 730 रन बनाने में 36 छक्के लगाए. ये टूर्नामेंट में सबसे अधिक छक्के लगाने का रिकॉर्ड है, लेकिन दुबे ने केवल 418 रन बनाने में 35 छक्के जड़ दिए. (bbc.com/hindi)

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