कारोबार

रायपुर, 18 सितंबर। एसआरयू में श्री रावतपुरा सरकार प्राइवेट आईटीआई का द्वितीय दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया जिसमें आईटीआई के 12 पदक विजेताओं को विशेष विषयों में उनकी उपलब्धियों के लिए 4 स्वर्ण पदक, 4 रजत पदक और 4 कांस्य पदक से सम्मानित किया गया। पूजा निशाद (कोपा), दर्शन यदु (इलेक्ट्रीशियन), दामेश (फिटर) और मुकुल वर्मा (मैकेनिक डिसल) आईटीआई के गोल्ड मेडलिस्ट रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए , एसआरयू के कुलपति प्रो.एस. के सिंह ने कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य सृजन है, विनाश और निर्माण दोनों जरूरी है, क्योंकि नई परंपरा बनाने के लिए पुरानी परंपरा को नष्ट करना जरूरी है7 सबसे पहले 2010 में ग्रामीण और पिछड़े युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षण और प्रशिक्षण की शुरुआत की गई और हमें उम्मीद है कि आईटीआई के छात्रों को इस क्षेत्र में सरकार की विभिन्न योजनाओं का भी लाभ मिलेगा।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी), भिलाई के निदेशक प्रोफेसर राजीव प्रकाश ने अपने संबोधन में कहा कि दीक्षांत समारोह अंत नहीं है बल्कि यह इस बात की शुरुआत है कि आप ज्ञान और प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद समाज और देश को क्या देंगे। छात्रों को यह समझना होगा कि उनकी क्षमताएं समाज और राष्ट्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।