कारोबार
बालकोनगर, 19 सितंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में इंजीनियरों की विविध और कुशल टीम है जो अपनी कार्यकुशलता से कंपनी के प्रचालन को उत्कृष्ट बनाने में योगदान दे रही है। इंजीनियर अपने तकनीकी समझ और विशेषज्ञता से संयंत्र के विभिन्न पहलुओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और पर्यावरणीय जिम्मेदारी सुनिश्चित करते हैं।
बालको अपने एल्यूमिनियम स्मेल्टर में अत्याधुनिक तकनीक को अपनाता हैं। कंपनी में प्रचालन की उत्कृष्टता को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिभाशाली इंजीनियर लगातार काम कर रहे हैं। इन्हीं में से एक मेटलर्जिकल इंजीनियर राम प्रताप यादव ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि स्मेलटिंग प्रोसेस (धातु के गलने की प्रक्रिया) के दौरान एल्यूमिना को चमकदार एल्यूमीनियम धातु में परिवर्तित होते देखना काफी आकर्षक है!
तकनीकी प्रभारी के रूप में मेरी जि़म्मेदारी पॉटरूम के भीतर स्मेलटिंग प्रोसेस के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने में निहित है। मेटलर्जी की विशेषज्ञता मुझे मानक मिश्रण का उपयोग करने में मदद करती है जो हमारे उत्पाद को उत्कृष्ट बनाती है।
उत्पाद की गुणवत्ता के प्रति बालको की अटूट प्रतिबद्धता इसके कार्यकुशलता को दर्शाती है। बालको में मटेरियल्स इंजीनियर प्रीति शिखा नंदा ने धातुविज्ञान, अनुसंधान एवं विकास और उत्पाद गुणवत्ता में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि उत्पाद गुणवत्ता मूल्यांकन हमारे उत्पादों में उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के साथ ही कास्टहाउस के संचालन प्रक्रियाओं के मानक में समय पर सुधार भी करते हैं।
सामग्री के लिए मेरा जुनून लगातार इस भूमिका में मेरे उत्साह को बढ़ावा देता है, जहां हम सूक्ष्म परीक्षणों के माध्यम से एल्यूमीनियम इंगट्स और वायर रॉड जैसे उत्पादों की सावधानीपूर्वक जांच करते हैं। धातु सामग्री के उत्पादन में गैर-धातु सामग्री का महत्व पहली नजऱ में आसानी से स्पष्ट नहीं होता है, लेकिन बालको उनके महत्व को पहचानता है और इन कार्यों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बेहतरीन प्रतिभाओं को नियोजित किया है।