अंतरराष्ट्रीय

कनाडा ने भारत को लेकर नई ट्रैवेल एडवाइज़री जारी की है जिसमें उसने अपने नागरिकों को ‘अत्यधिक सावधान’ रहने को कहा है.
कनाडाई सरकार ने अपने नागरिकों से "अप्रत्याशित सुरक्षा स्थिति के कारण" केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की यात्रा से बचने के लिए कहा है.
मंगलवार को जारी इस एडवाइज़री में कहा गया है, “ जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, उग्रवाद, अशांति और अपहरण का ख़तरा है. इसमें लद्दाख की यात्रा शामिल नहीं है.”
इसके अलावा भारत के पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में भी नागरिकों को ना जाने की सलाह दी गई है. गुजरात, पंजाब और राजस्थान के पाकिस्तान की सीमा वाले इलाकों में भी ना जाने की सलाह दी गई है.
कनाडा की ओर से ये नई ट्रैवेल एडवाइज़री ऐसे समय आई है जब दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ रहा है.
सोमवार को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार का हाथ हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में होने की आशंका जताई और कनाडा सरकार ने एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया.
बदले में भारत ने भी एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करते हुए उन्हें भारत छोड़ने के लिए पांच दिन का वक़्त दिया.
भारत सरकार ने कनाडा के आरोपों को ख़ारिज किया है और इसे बेतुका बताया है.
अपने देश की संसद में भारत पर आरोप लगाने वाले ट्रूडो ने मंगलवार को एक और बयान दिया.
उन्होंने कहा- “ सिख अलगाववादी नेता की हत्या से भारतीय एजेंटों का संबंध होने की आशंका ज़ाहिर करने के पीछे कनाडा का मकसद भारत को उकसाना नहीं था, बल्कि कनाडा चाहता है कि भारत इस मामले को ठीक से संभाले. ”
“ भारत सरकार को इस मामले में बेहद गंभीरता दिखाने की ज़रूरत है. हम यही कर रहे हैं. हम किसी को उकसाना या मामले को खींचना नहीं चाहते. यह बेहद गंभीर है, और अंतरराष्ट्रीय कानून में इसके दूरगामी परिणाम होंगे, हम शांत रहेंगे. हम अपने लोकतांत्रिक सिद्धांतों और मूल्यों पर कायम रहेंगे. हम सबूतों का पालन करेंगे.” (bbc.com/hindi)