ताजा खबर

रायपुर, 27 सितंबर। खैरागढ़ के जन सामान्य का कड़ा विरोध सरकार को अपना फैसला बदलने मजबूर कर गया। हालांकि यह चुनाव में इसे लेकर होने वाले किसी भी तरह के नुकसान से बचने किया गया है। चुनाव बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा।
बता दें कि सीएम भूपेश बघेल की बजट सत्र में की गई घोषणा के पालन में उच्च शिक्षा विभाग और कुलपति ने बीते शनिवार को खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय का अध्ययन केंद्र राजधानी में शुरू किया था। इसका खैरागढ़ में बड़ा तीखा विरोध होने लगा। यहां तक कि सोमवार शाम मशाल जुलूस निकाल मंगलवार को खैरागढ़ बंद भी सफल रहा। खैरागढ़ के नागरिक इसे विश्वविद्यालय के अस्तित्व को खत्म करने का तरीका बताते रहे। राजधानीवासी कुलपति डॉ.मोक्षदा चंद्राकर द्वारा अपनी सुविधा के लिए शुरू करने का भी आरोप लगाया जाने लगा। इस कदम को खैरागढ़ में राजनीति भी शुरू कर दिया था। इसके विरोध को और तेज करने वाट्सएप ग्रुप भी बनने लगे थे।जो सत्ताधारी कांग्रेस के लिए चुनौती मानी जा रही थी। चुनावी नुकसान को देखते हुए विवि प्रशासन ने सरकार और सीएम भूपेश बघेल को अवगत कराया । उसके बाद सीएम बघेल के निर्देश पर रायपुर केंद्र को बंद करने का फैसला किया गया । हमारे खैरागढ़ के सूत्रों ने बताया कि कुलपति डॉ. मोक्षदा ने आज ही यह प्रस्ताव शासन को भेजा था। विवि सूत्रों ने बताया कि इस पर कल सीएम बघेल से अनुमति लेकर आदेश जारी किया जा सकता है ।