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![पिता की जमीन में हिस्सा न मिलने पर सौतेले भाई की अगवा कर हत्या की, लाश तालाब में फेंकी पिता की जमीन में हिस्सा न मिलने पर सौतेले भाई की अगवा कर हत्या की, लाश तालाब में फेंकी](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1701154259akhatpur_murder_2.jpeg)
दो चचेरे भाईयों व एक रिश्तेदार ने भी की मदद, सभी गिरफ्तार
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बिलासपुर, 28 नवंबर। जमीन संबंधी विवाद के चलते भाईयों ने मिलकर अपने ही एक भाई की हत्या कर दी और लाश तालाब में फेंक दी। पुलिस ने सूचना मिलने के कुछ घंटे बाद ही वारदात में शामिल चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
सकरी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक चितावर ग्राम के चतरू बिंझवार की दो पत्नियां थीं। पहली पत्नी की मौत हो चुकी है। उसका एक बेटा संतोष बिरको है, जो अलग रहता है। दूसरी पत्नी आशा बाई के तीन बच्चे हैं, जिनमें एक बेटी है। उसकी शादी हो चुकी है। चतरू राम अपनी जमीन से संतोष को हिस्सा नहीं देना चाहता था। बंटवारे के लिए उसने तहसील कार्यालय में आवेदन लगाया है। इसके कारण कार्तिक और चतरू से संतोष का कई बार विवाद हो चुका है। इसके अलावा चतरू ने अपने भाई रामकुमार को भी हिस्सा नहीं दिया है, जिससे उसके दो बेटे ओमप्रकाश और तीजराम का भी चतरू और अपने पिता से विवाद होता रहता है। हिस्सा नहीं मिलने से नाराज संतोष और उसके चचेरे भाईयों ने कार्तिक की हत्या की योजना बनाई। इसके लिए वे मौका तलाश रहे थे। रविवार की शाम को कार्तिक कुछ सामान लेने के लिए अपनी बाइक से गिरधौना ग्राम की ओर निकला था। इस बीच रास्ते में एक खेत के पास उसका इंतजार करते खड़े संतोष, ओमप्रकाश, तीजराम और उनके एक अन्य रिश्तेदार शिवप्रसाद ने उसे रोक लिया। उसके साथ वहीं मारपीट की गई। इसके बाद मोटरसाइकिल पर बिठाकर गांव के बाहर एक तालाब में ले गए और वहां लाठियों से पीट-पीटकर उन्होंने कार्तिक को मार डाला। हत्या के बाद उन्होंने लाश को तालाब में फेंककर छिपा दी।
गांव के एक व्यक्ति ने चतरू के दूसरे बेटे चुरावन को फोन करके बताया कि कार्तिक को उनके भाई मारपीट करते हुए बाइक पर बिठाकर ले गए हैं। तब चतरू ने थाने में पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की। कुछ ही घंटों में सभी आरोपी आसपास से गिरफ्तार कर लिये गए।