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![अटके विधेयकों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी छत्तीसगढ़ के लिए भी, राज्यपाल संंज्ञान लें अटके विधेयकों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी छत्तीसगढ़ के लिए भी, राज्यपाल संंज्ञान लें](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1701174408hupeshbhgel-13.jpg)
बढ़ते कर्ज पर कहा, हम जनता को देने ले रहे, मित्रों को नहीं-भूपेश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 नवंबर। सीएम भूपेश बघेल दो दिन के दिल्ली दौरे पर रहेंगे। उन्होंने राजभवन में अटके आरक्षण संशोधन समेत नौ अन्य विधेयकों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के मामले पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी सभी राज्यपालों के लिए है। यहां के राज्यपाल के लिए भी है। राज्यपाल को इसका संज्ञान लेना चाहिए। जो भी विधेयक को लेकर करना है, लिखना है वो करना चाहिए।
श्री बघेल ने दिल्ली रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा में कहा कि चुनावी घोषणाओं का फायदा और राज्य का कर्ज बढऩे पर सीएम बघेल ने कहा कि 5 साल हमने छत्तीसगढ़ की सेवा की। मध्यप्रदेश ने कुछ दिन पहले कर्ज लिया। छत्तीसगढ़ में वह स्थिति नहीं है भाजपा शासित राज्यों से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था बेहतर है। केंद्र सरकार से भी तुलना करेंगे तो भी हमारी स्थिति बेहतर है। यह दो प्रकार की अर्थ नीति है। जो आमजनता से पैसा निकलकर अपने चंद मित्रों के खजाने भरने का काम। खजाने के पैसे को आम जनता तक दिया जाए।
उन्होंने बताया कि कल राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े की लिखी पुस्तक का विमोचन है। कार्यक्रम के लिए आमंत्रण मिला है जिसमें सम्मिलित होने जा रहा हूं। अजय चंद्राकर के अवैध कब्जा वाले ट्वीट पर सीएम बघेल ने पलटवार में कहा कि मध्यप्रदेश के बालाघाट में वहां कलेक्टर ने बैलेट पेपर खुलवा दिया। और बीजेपी यहां हल्ला कर रही है अधिकारी और कर्मचारियों पर दबाव बनाकर करेंगे। या खुद करते हैं और दूसरे पर आरोप मढ़ते हैं।
ईडी और आईटी का इतना दबाव है की उससे बड़ा दबाव किसी का नहीं हो सकता। यहां के लोग महसूस भी कर रहे हैं। बालाघाट में जो हुआ उसके बारे में भाजपा पहले कुछ बता दे।कि किसके दबाव में किया? पूरा स्ट्रांग रूम खुलवा दिया।यह किसके दबाव में किया है। बिलासपुर में शिकायत करने पहुंच गए। पहले अपने बारे में बताएं। उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के महापुरुष और युगपुरुष वाले बयान पर बघेल ने कहा बिल्कुल सही कह रहे हैं क्योंकि आजादी की लड़ाई में गुजरात के दो सपूत निकले। महात्मा गांधी और सरकार पटेल के रूप में। उनके कामों को कभी नहीं भुलाया जा सकता। अभी चार लोग निकले है दो बेचने वाले और दो खरीदने वाले।