विशेष रिपोर्ट
![लोस की 4 सीटों पर दो माह पूर्व प्रत्याशी घोषित करेगी भाजपा? लोस की 4 सीटों पर दो माह पूर्व प्रत्याशी घोषित करेगी भाजपा?](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1703592298G_LOGO-001.jpg)
विस चुनाव में रणनीति कामयाब रही
विशेष रिपोर्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 दिसंबर। भाजपा लोकसभा चुनाव में भी हारी हुई सीटों पर दो महीना पहले प्रत्याशी घोषित कर सकती है। इस पर पार्टी की राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में सहमति बनी है। छत्तीसगढ़ में जल्द प्रत्याशी घोषित करने की रणनीति कामयाब रही है।
भाजपा ने लोकसभा की सभी 11 सीटों को जीतने का लक्ष्य बनाया है। इस दिशा में खामियों को दूर करने की रणनीति पर काम भी शुरू हो गया है। विधानसभा चुनाव में 21 ऐसी सीटें चिन्हित की गई थी जिन्हें पार्टी लगातार दो-तीन चुनाव से हार रही थी। ऐसी कमजोर सीटों पर दो महीना पहले प्रत्याशी घोषित कर आक्रामक प्रचार की रणनीति बनाई थी।
पार्टी का यह प्रयोग कामयाब रहा, और 21 कठिन सीटों में से 10 सीट जीतने में कामयाबी मिली। विधानसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद लोकसभा चुनाव में भी इसी तरह जल्द प्रत्याशी घोषित करने की रणनीति पर काम चल रहा है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक 4 सीटों पर प्रत्याशी जल्द घोषित किए जा सकते हैं, और इसकी घोषणा फरवरी में हो सकती है। पार्टी नेताओं के मुताबिक जिन चार सीटों पर जल्द प्रत्याशी घोषित हो सकते हैं उनमें कोरबा, और बस्तर भी है। दोनों सीटें कांग्रेस के पास है। इसके अलावा जांजगीर, और रायगढ़ लोकसभा सीट भी शामिल है।
विधानसभा चुनाव में जांजगीर लोकसभा के अंतर्गत सीटों में से एक भी विधानसभा सीट पार्टी नहीं जीत पाई है। रायगढ़ लोकसभा में 4 सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि राजनांदगांव, और कांकेर में भी कमोबेश वैसी ही स्थिति है लेकिन पार्टी के रणनीतिकार का मानते हैं कि चारों सीटों पर पार्टी की स्थिति अपेक्षाकृत अच्छी नहीं है। अलबत्ता, बस्तर और कोरबा लोकसभा की सीटों पर अच्छी सफलता मिली है। बावजूद इसके लोकसभा के लिहाज से इन सीटों पर काफी मेहनत की जरूरत बताई गई है।
सर्वे भी शुरू
हाईकमान ने लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सर्वे भी करा रही है। कहा जा रहा है कि सर्वे का काम वो ही एजेंसी कर रही है, जो कि विधानसभा चुनाव में काम कर रही थी।
बेहतर प्रत्याशी के अलावा स्थानीय समीकरण और मुद्दों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। पार्टी सर्वे रिपोर्ट के आधार पर काम करेगी। साथ ही साथ प्रदेश संगठन को कमजोर क्षेत्रों में विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित करने के लिए दिशा-निर्देश जाएंगे।