कारोबार

छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम नई टेक्नोलॉजी 3डी प्रिंटिंग से सफल हिप जोड़ प्रत्यारोपण श्री मेडिशाईन में
20-Feb-2024 2:04 PM
छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम नई टेक्नोलॉजी 3डी प्रिंटिंग से सफल हिप जोड़ प्रत्यारोपण श्री मेडिशाईन में

रायपुर, 20 फरवरी। श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल के आर्थोपेडिक एवं ज्वाईंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. सुशील शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर महानगर में न्यू राजेंद्र नगर स्थित श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल द्वारा नई तकनीक एवं आधुनिक टेक्नोलॉजी से निर्मित  मशीन द्वारा  3ष्ठ प्रिंटिंग के माध्यम से हिप का सफल जोड़ प्रत्यारोपण किया गया, यह सफल ऑपरेशन डॉ सुशील शर्मा ऑर्थोपेडिक एवं जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन के मार्गदर्शन में किया गया। 

डॉ. शर्मा ने बताया कि यह तकनीक छत्तीसगढ़ में सर्वप्रथम श्री  मेडिशाईन हॉस्पिटल में हिप ऑपरेशन के लिए सफलतम रूप से इस्तेमाल की जा रही है प्राप्त जानकारी के अनुसार 38 वर्षीय मरीज लक्ष्मीकांत साहू जो कि सी एस ई बी में कार्यरत है, सिकलसेल के कारण हीप जोड़ खराब हो गया था, पिछले एक साल से अपनी ड्यूटी से छुटटी में थे, 12 साल पहले हिप का आपरेशन हुआ था, परन्तु सिकलसेल होने की वजह से उसके हिप जोड़ ढीले हो गये और सॉकेट की हड्डियां गल गयी थी, जिसके कारण अपने दिनचर्या करने तथा चलने-फिरने में बहुत तकलिफ होती थी।

डॉ. शर्मा ने बताया कि फिर श्री मेडिशाईन हॉस्पिटल के डॉ सुशील शर्मा, आर्थोपेडिक एवं ज्वाईंट रिप्लेसमेंट सर्जन से सलाह लिये, जांच के उपरांत पता चला कि एस्टुबूलम की हड्डी गल गयी थी, और सर्जिकल चैलेजिंग आपरेशन था, जो कि मध्यभारत का सर्वप्रथम 3 डी प्रिटिंग के माध्यम से जोड़ एवं अग्युमेंट बनाया गया, और कृत्रिम जोड़ लगाकर मरीज को पूरी तरह ठीक किये और मरीज अभी स्वस्थ्य है।

डॉ. शर्मा ने बताया कि इस 3 डी प्रिटिंग के माध्यम से हीप का जोड़प्रत्यारोपण में सहायक है । डॉ सुशील शर्मा, (आर्थोपेडिक एवं ज्वाईंट रिप्लेसमेंट सर्जन), डॉ प्रयंक हिशीकर (आर्थोपेडिक एवं स्पोर्टइंजुरी विशेषज्ञ), डॉ अश्विनी मिश्रा, डॉ सुप्रिती शर्मा, डॉ रवि गोयल एवं समस्त नर्सिंग एवम ह्रञ्ज स्टाफ।

डॉ. शर्मा ने बताया कि 3 डी प्रिटिंग में मरीज के संबंधित अंगों का 3 डी सीटी स्केन कराकर उसे प्लानिंग हेतु इंम्प्लांट डिजाईनर के पास भेजा जाता है, उसके हड्डियों का माडल तैयार कर सिटी स्केन के आधार मानकर मरीज के टाईटेनियम मेंटल का मरीज के हड्डियों एवं जोड़ो के अनुसार मरीज का कृत्रिम बनाया जाता है और विशेषकर मरीज की डायमेंशन के अनुसार बनाया जाता है।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news