ताजा खबर
![कांवड़ यात्रा से पहले मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस के 'आदेश' पर मायावती ने दी प्रतिक्रिया कांवड़ यात्रा से पहले मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस के 'आदेश' पर मायावती ने दी प्रतिक्रिया](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1721312320AYAWATI.jpg)
सावन महीने में कांवड़ यात्रा से पहले यूपी के मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस के एक आदेश से विवाद खड़ा हो गया है.
मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस ने इस आदेश में कहा था कि "कांवड़ यात्रा के दौरान रूट पर पड़ने वाले ढाबे, होटलों और खाने पीने के ठेले वालों को मालिक और काम करने वाले लोगों का नाम लिखना होगा."
पुलिस के मुताबिक़ यह निर्देश कांवड़ियों को भ्रम से बचाने और बाद में क़ानून व्यवस्था की कोई परेशानी से बचने के लिए दिया गया है.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
मायावती ने सोशल मीडिया वेबसाइट एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि "पश्चिमी यूपी और मुज़फ़्फ़रनगर ज़िले के कांवड़ यात्रा रूट में पड़ने वाले होटल, ढाबा, ठेला आदि के दुकानदारों को मालिक का पूरा नाम प्रमुखता से प्रदर्शित करने का नया सरकारी आदेश गलत है. यह आदेश सौहार्दपूर्ण वातावरण को बिगाड़ सकता है. सरकार को यह आदेश जनहित में तुरंत वापस लेना चाहिए."
इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया है.
अब मुज़फ़्फ़रनगर पुलिस ने कहा है, "श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले होटल, ढाबे और खानपान की सामग्री बेचने वाले दुकानदारों से अनुरोध किया गया है कि वे स्वेच्छा से अपने मालिक और काम करने वालों का नाम प्रदर्शित करें."
पुलिस का कहना है, "इस आदेश का आशय किसी प्रकार का धार्मिक विभेद ना होकर सिर्फ़ मुज़फ़्फ़रनगर जनपद से गुज़रने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा, आरोप प्रत्यारोप और कानून व्यवस्था की स्थिति को बचाना है. इससे पहले भी ऐसी व्यवस्था की जा चुकी है." (bbc.com/hindi)