अंतरराष्ट्रीय
रविवार को इसराइल के कब्ज़े वाले गोलान हाइट्स में रॉकेट हमले में मारे गए बच्चों और युवाओं के अंतिम संस्कार के लिए हज़ारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हुई.
गोलान हाइट्स में फुटबॉल की एक पिच पर हिज़्बुल्लाह की ओर से दागा गया रॉकेट गिरा जिसमें 12 बच्चे और किशोर मारे गए थे.
हालांकि हिज़्बुल्लाह ने इसराइल पर ही गोलान हाइट्स पर हमला करने का आरोप लगाया है.
हिज़्बुल्लाह ने ड्रूज शहर, मजदल शम्स पर रॉकेट हमले की ज़िम्मेदारी से इनकार किया है.
अपने एक बयान में हिज़्बुल्लाह ने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है कि इसराइली मिसाइलें निशाना चूकते हुए मजदल शम्स और गोलान हाइट्स के इलाके में जाकर गिर गई हैं.
वहीं इसराइल का यह कहना है कि हमला हिज़्बुल्लाह ने किया है.
रविवार की सुबह इसराइली सेना ने कहा कि उसने लेबनान के काफी अंदर हिज़्बुल्लाह के सात ठिकानों पर हमला किया है. अभी ये पता नहीं चल पाया है कि इस हमले में कितने लोग हताहत हुए हैं.
इस बीच वैश्विक नेताओं ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है.
प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू भी अमेरिका की अपनी यात्रा को ज़ल्द ख़त्म कर इसराइल लौट आए हैं. नेतन्याहू के ऑफिस से जारी एक बयान में कहा गया है कि वे कैबिनेट की बैठक करेंगे.
सात अक्टूबर 2023 के बाद इसराइल की उत्तरी सीमा पर किया गया ये हमला मौतों के लिहाज़ से सबसे घातक था.
हमले के तुरंत बाद इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा था कि हिज़्बुल्लाह को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी. इसके कुछ ही घंटे बाद इसराइल ने लेबनान पर ताबड़तोड़ हमले किए.
बीते अक्टूबर में जब हमास ने इसराइल पर हमला बोला और इसके जवाब में इसराइल ने ग़ज़ा में लगातार सैन्य अभियान चला रहा है तबसे ही हिज़्बुल्लाह के साथ तनाव बढ़ रहा है.
इसराइल-हिज़्बुल्लाह के बीच घोषित जंग का ख़तरा लगातार मंडरा रहा है और डर है कि अगर युद्ध छिड़ता है तो पूरे मध्यपूर्व में व्यापक युद्ध फैल जाएगा.
हिज़्बुल्ला को ईरान का व्यापक समर्थन प्राप्त है, जोकि इसराइल का कट्टर दुश्मन है. (bbc.com/hindi)